प्रदेश अध्यक्ष ने तैयारियों पर चर्चा की
रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा सोनिया गांधी के निर्देश और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ0 रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पार्टी ने किसानों के समर्थन में 15 जनवरी को राज्य मुख्यालय पर ‘किसान अधिकार दिवस’ मनाने का निर्णय लिया है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू ने बताया कि किसान अधिकार दिवस के मौके पर कल पूर्वाह्न 11.30बजे से राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान से राजभवन मार्च निकाला जाएगा.
राजभवन मार्च में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के अलावा प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री बन्ना गुप्ता और बादल समेत सभी वरिष्ठ नेता-कार्यकर्त्ता मौजूद रहेंगे. राजभवन मार्च में हिस्सा लेने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से भी किसान और कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं के रांची पहुंचने की खबर है.
प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि पार्टी का यह मानना है कि सुप्रीम कोर्ट ने कृषि कानून को लेकर जो संज्ञान लिया व चिंता जाहिर की वह स्वागत योग्य है, लेकिन पार्टी यह मांग करती है कि इन तीनों कानूनों को तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए.
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को जो कमेटी गठित की है, उस कमेटी के सदस्य पहले ही यह कह चुके है कि ये 3 कानून सही है, किसान गलत है, किसान भटके हुए हैं, ऐसी कमेटी किसानों से कैसे न्याय करेगी? उन्होंने बताया कि कमेटी के पहले सदस्य है, अशोक गुलाटी. उन्होंने बाकायदा एकलेख लिखा और कहा कि ये 3 कानून बिल्कुल रास्ता व सही चीज है, ये भी कहा कि विपक्षी दल भटक गए है व किसान भी शायद भटक गए है.
उन्होंने ये भी कहा कि वे पहले से ही कह रहा हूं कि इन क़ानूनों के फायदे किसानों के समझ नहीं आ रहे. दूसरे सदस्य हैं पीके जोशी साहब, जो शायद एक इंस्टिट्यूट के हेड भी रहे हैं. उन्होंने भी एक लेख लिखा और वो तो एक कदम और भी आगे निकल गए. उन्होंने कहा कि ये कानून भी ठीक हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं होना चाहिए. तीसरे सदस्य हैं, अनिल घनवट साहब, जो एक संगठन के प्रमुख हैं.
अब घनवट साहब तो इससे भी आगे चले गए. वो तो जाकर मैमोरेंडम देकर आए, चिट्ठी लिख कर देकर आए और उन्होंने ये कहा कि इन कानूनों से ही असली आजादी मिलेगी. चौथे जो मेंबर भूपेंद्र सिंह मान हैं, वे सरकार की एक कॉर्डिनेशल कमेटी ऑल इंडिया किसान के चैयरमेन हैं .उन्होंने 14 दिसंबर को चिट्ठी लिखी बाक़ायदा और इस कानून के समर्थन में मंत्री से भी मिलकर आ गये.
प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की नहीं दिख रही है, बल्कि किसी तरह से 26 जनवरी को किसानों के होने वाले शक्ति प्रदर्शन को कमजोर करना है, यही कारण है कि इस बार किसानो ने लोहड़ी और मकर संक्रांति का त्योहार कृषि कानून के बिल की प्रति को जलाकर मनाया.
प्रदेश प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि किसान दिवस के साथ ही बढ़ती महंगाई और गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ केंद्र का भेदभावपूर्ण रवैया भी एक प्रमुख मुद्दा है. इन सारे मुद्दों को लेकर कल प्रदेश कांग्रेस के नेता अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
इसके पूर्व किसान अधिकार दिवस कार्यक्रम की सफलता को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक बैठक हुई. बैठक में कार्यक्रम की सफलता एवं भव्यता को लेकर रणनीति बनाई गई,राज्य के विभिन्न कोने से आने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के स्वागत में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी सुबह से ही स्टेशन और बस अड्डे पर मौजूद रहेंगे ताकि उन्हें कोई परेशानी नहीं हो.
कार्यक्रम स्थल तक लोगों को पहुंचाने की जिम्मेवारी दी गई है. दावा किया गया है कि हजारों कार्यकर्ता कल के राजभवन मार्च में शामिल होंगे. शहर में होल्डिंग, बैनर, पोस्टर झंडा लगाया जा रहा है, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह राजभवन मार्च की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू,शमशेर आलम, निरंजन पासवान, अमरेन्द्र कुमार सिंह, मो.मोजिबुल्लाह, सुषमा हेमबरोम, मौसमी मिंज, लक्ष्मी तिवारी, कैशर जावेद, संतोष सिंह, विनीत सिंह, वेद प्रकाश तिवारी मुख्य रुप से मौजूद थे.