रांची:- झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव द्वारा गठित पार्टी की उच्चस्तरीय समिति के सदस्यों ने राजधानी रांची के मोरहाबादी में नौकरी की मांग को लेकर धरना तथा अनशन पर बैठे विभिन्न संगठनों तथा उनके प्रतिनिधियों से अलग-अलग मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और धरना तथा अनशन समाप्त कराया.
सर्वप्रथम शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) के सफल अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात किया. जेटेड के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उनकी परीक्षा 2013 में ली गयी थी,वर्ष 2016 में सभी परीक्षाएं और परिणाम घोषित किया गया, लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया. नियोजन नीति पर उनके मामले को उलझाया जा रहा है, जबकि इससे उनका कोई लेना-लेना नहीं है और न ही उच्च न्यायालय में ही उनका कोई मामला लंबित है. जेटेट सफल अभ्यर्थियों ने कहा कि उनकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और उम्र सीमा भी समाप्त हो रही है, नियमावली के चक्कर में पिछली सरकार ने उनके नियुक्ति के मसले को गुमराह किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 95 हजार नियुक्तियां खाली है, शिक्षकों के पद के लिए भी रोस्टर मंगवा लिया जाए, लगभग 4 हजार नव प्राथमिक विद्यालय है, जहां शिक्षकों की काफी कमी है, गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई से छात्र वंचित है.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं को लेकर वे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव तथा समिति के संयोजक बादल पत्रलेख की देखरेख में मुख्यमंत्री एवं प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर नियुक्ति देने की दिशा में पहल की जाएगी. दुर्गा पूजा त्योहार को देखते हुए समिति के सदस्यों ने जेटेट शिक्षकों को अनशन एवं धरना समाप्त करने का अनुरोध किया, जिससे स्वीकार करते हुए जेटेट शिक्षकों ने अनशन को समाप्त कर दिया और राज्य के विभिन्न जिलों से आये शिक्षक वापस अपने-अपने घरों को लौट गये. इस मौके पर समिति की सदस्य सह विधायक ममता देवी, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता छोटू समेत अन्य नेता उपस्थित थे.