रांची: झारखंड में भले ही ठंड का पारा गिरता जा रहा परंतु गठबंधन की सरकार बनते ही सूबे में सियासी पारे में उछाल अपने उच्चतम स्तर पर है.
हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री पद पाने के लिए कांग्रेस के कई विधायकों की दिल्ली दौड़ काफी तेज हो गई है. झारखण्ड की यूपीए सरकार में मंत्री का पद पाने की मंशा दिल में पाले कई कांग्रेसी विधायक अपने समर्थकों के साथ पार्टी के आला नेताओं से मिलकर मंत्री बनने के लिए लाॅबिंग कर रहे हैं.
बताते चलें कि बीते 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस कोटे से दो विधायक, आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव मंत्रीपद की शपथ ले चुके हैं.
सूत्रों की माने तो कांग्रेस हेमंत सोरेन सरकार में अपने लिए पांच मंत्रीपद चाहती है. जबकि विधायकों की संख्या के आधार पर जेएमएम कांग्रेस को चार मंत्रीपद देना चाहती है. इस मसले पर सीएम हेमंत सोरेन की कांग्रेस के आला नेताओं के साथ बातचीत जारी है.
8 जनवरी के के बाद होगा मंत्रिपरिषद का विस्तार
खबर है कि झारखंड विधानसभा के सत्र यानी 8 जनवरी के बाद मंत्रिपरिषद का विस्तार होगा. इस बीच फिलहाल दक्षिणी छोटानागपुर से आदिवासी चेहरे रामेश्वर उरांव और संथाल परगना से अल्पसंख्यक चेहरे आलमगीर आलम को मंत्री बनने का मौका मिला है.
कांग्रेस के बचे कोटे के लिए पूर्व मंत्री सह इंटक नेता राजेन्द्र प्रसाद सिंह, बन्ना गुप्ता, इरफान अंसारी, विक्सल कोंगाड़ी और बादल पत्रलेख लगातार दिल्ली में आलानेताओं का दरवाजा खटखटा रहे हैं. कांग्रेस के विधायक क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक समीकरणों का हवाला देते हुए आलाकमान का ध्यान अपनी ओर खींचने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे.
हालाँकि कांग्रेस के टिकट पर इस बार चार महिलाएं, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा सिंह, ममता देवी और दीपिका पांडेय सिंह चुनकर आई हैं. इन्हें भी महिला कोटे से मंत्री बनने की आस है.