उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और प्रियंका गांधी वाड्रा पर सीधा निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह पार्टी मजदूरों की मददगार बनने का बस स्वांग रच रही है.
सीएम योगी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उनकी पार्टी से चार सवाल भी पूछे हैं. दरअसल, बीते कुछ दिनों से प्रियंका गांधी लगातार सीएम योगी पर मजदूरों के मुद्दे को लेकर हमला बोल रही हैं.
साथ ही साथ वे प्रवासी मजदूरों को पहुंचाने के लिए 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगने का पत्र भी लिख चुकी हैं. इसी पर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को निशाना साधा और सवाल पूछे हैं.
सीएम योगी ने अपने सवाल में कहा है किजब आपके पास एक हजार बसें थी तो राजस्थान और महाराष्ट्र से ट्रकों में भरकर हमारे साथियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व बंगाल आप क्यों भेज रहे हैं?
इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि औरैया में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना से पूरा देश आहत है. एक ट्रक पंजाब से और दूसरा राजस्थान से आ रहा था. क्या कांग्रेस और प्रियंका गांधी इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेंगी और साथियों से माफी मांगेंगी?
बता दें कि औरैया में हुए सड़क हादसे में अबतक 26 मजदूरों की मौत हो चुकी है. औरैया हादसे में शिकार हुए मजदूर पंजाब और राजस्थान से ट्रक में सवार होकर अपने-अपने गृहनगर जा रहे थे. दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है. इसी को लेकर सीएम योगी ने हमला बोला है.
उनका कहना है कि मजदूरों की इतनी ही चिंता है तो कांग्रेस शासित राज्यों से उन्हें समुचित व्यवस्था कर ट्रेन या बसों से क्यों नहीं भेजा जा रहा है? इन राज्यों से मजदूर अवैध तरीके से ट्रकों में यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं.
इसके बाद सीएम योगी ने तीसरे सवाल सीधे प्रियंका गांधी वाड्रा से ही पूछा है. उन्होंने लिखा कि प्रियंका गांधी कहती हैं कि उनके पास एक हजार बसें हैं. यह और बात है कि अबतक इन बसों की सूची तक उपलब्ध नहीं कराई गई, न ही हमारे साथियों कि. बसों और हमारे साथियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे उनके कार्य ट्विटर नहीं धरातल पर दिखें.
इसके बाद सीएम योगी ने कहा कि देशभर में जितनी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, उनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश ही आई हैं. अगर प्रियंका वाड्रा को हमारी इतनी चिंता है तो वो महारे बाकी साथियों (श्रमिक) को भी ट्रेनों से ही सुरक्षित भेजने का इंतजाम कांग्रेस शासित राज्यों से क्यों नहीं करा रहीं? योगी आदित्यनाथ ऑफिस के ट्विटर हैंडल से ये सारे सवाल पूछे गए हैं.