रांची: कोविड-19 को लेकर उत्पन्न देशव्यापी लॉकडाउन के बीच झारखंड प्रदेश कांग्रेस राहत निगरानी (कोविड-19) समिति ने जिला तथा प्रखंड समितियों के साथ मिलकर 15 दिनों में एक लाख जरूरतंद और निर्धन परिवारों तक प्रत्यक्ष रूप से भोजन-अनाज और अन्य सुविधा पहुंचा कर मदद पहुंचाने का काम किया. जबकि राज्य के विभिन्न हिस्सों और दूसरे राज्यों में फंसे लोगों तक भी विभिन्न माध्यमों से राहत पहुंचाने में सफलता हासिल की.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त तथा खाद्य आपूर्ति डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में गठित राहत निगरानी समिति के समन्वय रौशन लाल भाटिया, सदस्य प्रदीप तुलस्यान, आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता 2 अप्रैल को कमेटी गठित होने के बाद से सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक रांची स्थित पार्टी मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से मुश्किल में फंसे लोगों को मदद पहुंचाने में जुटे हैं.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने बताया कि वे खुद प्रतिदिन कंट्रोल रूम पहुंचकर पहुंचकर पार्टी की ओर से चलाये जा रहे राहत कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर प्रदेश राहत निगरानी समिति की ओर से प्रतिदिन औसतन 300 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से मदद पहुंचायी गयी.
इसके अलावा जिला अध्यक्षों को भी 25-25 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करायी गयी थी, जिसके माध्यम से जिला राहत निगरानी समिति की ओर भी प्रत्येक दिन ढ़ाई सौ से तीन सौ लोगों को प्रत्यक्ष रूप से मदद पहुंचायी गयी.
इसके अलावा प्रखंड राहत निगरानी समिति की ओर से भी गांव-पंचायतों में जरूरतमंद परिवारों को सहायता मुहैय्या करायी जा रही है.
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि प्रदेश, जिला और प्रखंड राहत निगरानी समिति के माध्यम से 2 से 17 अप्रैल के बीच एक लाख परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से मदद पहुंचायी गयी हैं.
इसके अलावा भी कांग्रेस पार्टी के अन्य सक्षम नेता-कार्यकर्त्ताओं द्वारा अपने स्तर से गांव-शहर, मुहल्लों में घूम-घूम कर भोजन-पानी, नाश्ता और अनाज उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पूर्णतः तालाबंदी लागू रहने और उसके बाद भी सारी परिस्थितियां अनुकूल होने तक पार्टी की ओर से मानव सेवा को लेकर शुरू किया गया अभियान जारी रहेगा.