मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में संविदा पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने खून से खत लिखकर मुख्यमंत्री से जरूरी सुविधाओं की मांग की है. ये कर्मचारी आज राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में आधी रोटी और थाली के साथ प्रदर्शन कर अपना विरोध जताएंगे. कर्मचारी संविदा को अभिशाप मानते हुए राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इच्छामृत्यु की अनुमति देने की अपील भी करेंगे. इसके लिए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पोस्टकार्ड पर अपने खून से खत लिखा है. कर्मचारियों का आरोप है कि रेगुलर कर्मचारी को पूरी थाली सजाकर दी जा रही है और उन्हें आधी रोटी दी जा रही है.
प्रदर्शन में कोरोना से दिन-रात जंग लड़ रहे प्रदेश भर के 19 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल होंगे. संविदा चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन,एनएम, ऑपरेटर आयुष, एड्स, टीबी परियोजना के समस्त कर्मचारी थाली में आधी रोटी के साथ प्रदर्शन करेंगे. जेपी अस्पताल में भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे.
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान ने बताया कि नियमितीकरण न किए जाने एवं 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन की संविदा नीति, नियमित समकक्ष पद 90 प्रतिशत वेतनमान लागू न होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश है. कोविड-19 में ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की आकस्मिक मृत्यु हो गई.
इन कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख रुपए व अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गई. मुख्यमंत्री कोविड 19 कल्याण योजना से भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को वंचित रखा गया है. अगर प्रदर्शन के बाद भी सरकार ने जल्द मांगों को पूरा नहीं किया तो कर्मचारी सड़क पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे.