दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हो चुका है. कई परीक्षा केंद्रों से मिली जानकारी के अनुसार मूल्यांकन के लिए परीक्षकों को उत्तरपुस्तिका देने से पहले उनकी तस्वीर ली जा रही है. उनकी ये तस्वीर तुरंत क्षेत्रीय कार्यालय भेजी जा रही है. इसके अलावा परीक्षकों से पैन कार्ड नंबर भी लिए जा रहे हैं.
सीबीएसई बोर्ड की 10वीं-12वीं की कॉपियों की जांच मंगलवार, 12 मई 2020 यानी आज से ही शुरू की गई है. बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार कॉपी चेकिंग का काम शुरू किया गया है.
बोर्ड की ओर से करीब 1.5 करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन होना है. इसके लिए देशभर में सीबीएसई के 3000 स्कूलों को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. 9 मई को गृह मंत्रालय ने इन तीन हजार स्कूलों में मूल्यांकन शुरू करने की विशेष अनुमति दी थी. इन नियमों के तहत होगी कॉपियों की जांच.
बता दें कि सीबीएसई के 10वीं और 12वीं का मूल्यांकन कार्य 12 मई से शुरू हो गया है. अब जब लॉकडाउन के कारण परीक्षक घर से ही मूल्यांकन कर रहे हैं, फिर भी उन्हें कॉपी रिसीव करने खुद परीक्षा केंद्रों में जाने का नियम लागू है. मूल्यांकन केंद्र परीक्षकों के घर उत्तरपुस्तिकाएं पहुंचवा रहा है, जिन्हें उन्हें रिसीव करना है.
बता दें कि कंटेनमेंट जोन्स को छोड़कर अन्य जगहों के शिक्षकों को इस मूल्यांकन कार्य से जोड़ा गया है. बोर्ड ने कहा है ऐसी संभावना है कि 50 दिनों के भीतर मूल्यांकन कार्य पूरा किया जा सकेगा. फिलहाल अभी रिजल्ट के लिए छात्रों को जुलाई के अंत तक इंतजार करना पड़ सकता है.
इंडिया टुडे से एक्सक्लूसिव बातचीत में रिजल्ट को लेकर सीबीएसई बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि 70 फीसदी से अधिक मूल्यांकन किया जाना है. अभी इसे पूरा करने के लिए 1.5 महीने का समय चाहिए. इसके बाद ही रिजल्ट घोषित किया जा सकता है.
आपको बता दें, फरवरी में बोर्ड परीक्षा शुरू होने के लगभग एक हफ्ते बाद उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हुआ था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे रोकना पड़ा था. वहीं कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण, सीबीएसई बोर्ड अब आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए नियमों और दिशा-निर्देशों का एक सेट तैयार कर रहा है.