तमिलनाडु: देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. हर रोज कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. देश में अब तक 7400 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इस बीच तमिलनाडु से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल अरियालुर में एक कोरोना संदिग्ध ने आत्महत्या कर ली. कोरोना वायरस के एक संदिग्ध को अरियालुर के सरकारी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां शख्स ने आत्महत्या कर ली.
60 वर्षीय एक शख्स 23 मार्च को केरल से लौटा था. केरल से लौटने के बाद उसे बुखार और खांसी के लक्षण दिखाई देने लगे, जिसके बाद 6 अप्रैल को मरीज को अरियालुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इस शख्स के 7 अप्रैल को कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए.
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इस शख्स के टेस्ट के नतीजों का इंतजार किया जा रहा था. लेकिन इससे पहले ही वो तनाव में आ गया और अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही आत्महत्या कर ली. जिसके बाद पुलिस को आत्महत्या की जानकारी दी गई.
अरियालुर की जिला कलेक्टर ने कहा, “इस शख्स में कोविड-19 के लक्षण दिखे थे और ट्रैवल हिस्ट्री भी थी. इसलिए डॉक्टरों ने कोविड-19 टेस्ट के लिए उसका सैंपल लिया. इसके बाद उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया.” उन्होंने कहा कि गुरुवार रात को मरीज ने अपनी पत्नी से फोन पर झगड़ा किया था और कहा जा रहा है कि कॉल के दौरान वो चिल्ला भी रहा था.
जिला कलेक्टर ने कहा कि मरीज ने शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड में सभी मरीजों के लिए अनिवार्य मनोरोग सत्र में भी हिस्सा लिया था. साथ ही 5 बजे चाय और नाश्ता भी लिया था. जिला कलेक्टर ने कहा, “जब शाम सात बजे डॉक्टर रेगुलर विजिट के लिए गए तो उन्होंने देखा कि शख्स एक तौलिये का इस्तेमाल कर पंखे से लटका हुआ था.”
वहीं अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि इस शख्स के आत्महत्या की वजह घरेलू कलह भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि वो शख्स अपने परिवार से उसका स्वास्थ्य जांच नहीं कराए जाने से भी परेशान था.