यूपी: सीएम योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस और लॉकडाउन संकट को दूर करने के लिए दिन-रात एक किए हैं. रोज सुबह टीम 11 के साथ मीटिंग करने के अलावा मंत्रियों व अन्य अधिकारियों के साथ भी चर्चा करते हैं.
इस बीच सीएम ने ‘कोरोना संक्रमण काल सजगता से सफलता’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में वेबनियर के जरिए कहा कि कोरोना संकट को जून में काफी हद तक नियंत्रित कर लेंगे. इसके लिए पूरी टीम लगी है.
सीएम ने कहा कि हमारे श्रमिकों कामगार में संक्रमण से जूझने की क्षमता है. वह मेहनत कर पसीना बहाता है. इसलिए सक्रंमित होने पर छह सात दिन में कोरोना निगेटिव में आता है, सामान्य लोग 14 से 20 दिन में ठीक होते हैं.
जो लोग श्रमिकों के हित में तमाम नारेबाजी करते हैं, उन्होंने इनकी चिंता की होती तो पलायन को रोका जा सकता था. जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं वह भोगेंगे. अब तक 22 लाख श्रमिक यूपी आ चुके हैं. सबका सम्मान के साथ ख्याल रखा जा रहा है.
राज्य कर्मचारियों के भत्तों के खत्म किए जाने व इससे चुनाव में नुकसान के बाबत सवाल पर सीएम ने कहा कि हार जीत की नजर से वह निर्णय नहीं लेते लोकमंगल की भावना से वह काम करते हैं. उन्होंने कहा कि मीडिया की स्वायत्ता के पक्षधर हैं, लेकिन खबरों की विश्वसनीयता भी जरूरी है.
मुख्यमंत्री ने टीम-11 की बैठक में कहा कि कामगारों और श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराकर उन्हें सामाजिक सुरक्षा की गारन्टी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में प्रदेश के श्रमिकों की दुर्गति के कारण अब हमारी सरकार ने बिना अनुमति यहां से श्रमिकों को बाहरी राज्यों में ले जाने पर रोक लगाने का निश्चय किया है.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व विभाग ने प्रवासी श्रमिकों-कामगारों की स्किल मैपिंग शुरू की है. अब तक ऐसे दो लाख श्रमिकों की पहचान की जा चुकी है. प्रदेश में करीब 18 लाख श्रमिकों का प्रवासी श्रमिक पोर्टल पर पंजीकरण किया गया है. इसमें 93 से ज्यादा श्रेणियां बनाई गई हैं.