रांची:-देश में कोरोना की दूसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की जा रही है, कई राज्यों और बड़े महानगरों में इसका असर भी दिखने लगा है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 पर अंकुश को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे.
इस बीच झारखंड में भी पर्व-त्योहार समाप्त हो जाने के बाद बिहार, पश्चिम बंगाल , दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में लोग वापस लौट रहे है,ऐसे में राज्य में भी दुबारा कोरोना लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है. रांची जिला प्रशासन की ओर से भी सख्त कदम उठाया गया, इसके तहत सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर बिला मास्क नजर आने पर पुलिस की मदद से उस व्यक्ति की कोरोना जांच करायी जाएगी और 10 घंटे तक अस्थायी जेल में रहना होगा.
रांची जिला प्रशासन की ओर से बिना मास्क पहले लोगों के लिए दो स्थानों चर्च कॉम्प्लेक्स के पास (सैनिक मार्केट) और खादगढा बस स्टैण्ड, कांटाटोली में स्टैटिक टेस्टिंग सेंटर लगाये जायेंगे. साथ ही कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों के उल्लंघन के बाद सील किये गये दुकानों-प्रतिष्ठानों के सभी कर्मियां के कोरोना जांच के बाद ही प्रतिष्ठान को खोले जाने की अनुमति मिलेगी. उपायुक्त छवि रंजन ने कोविड-19 के लिए सभी तरह किये जा रहे टेस्ट की मॉनिटरिंग करते हुए टेस्टिंग बढ़ाने का निर्देश दिया. उन्होंने रैपिड एंजीजेन और आरटीपीसीआर टेस्ट के रेशियो मेंटेन करने का निदेश देते हुए अनुमंडल पदाधिकारी रांची, सदर को कोर टीम के साथ समीक्षा करने को कहा.
इस मौके पर सिविल सर्जन को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध बेड की संख्या, आईसीयू और वेंटीलेटर की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया. सिविल सर्जन को उपायुक्त ने पारा मेडिकल कर्मियों की ट्रेनिंग, एनेस्थियोलॉजिस्ट की उपलब्धा आदि को लेकर दो महीने का प्लान देने का निर्देश दिया. होम आइसोलेशन सेल की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें. होम आइसोलेशन में मरीज की जांच के लिए उपायुक्त ने ससमय डॉक्टर के विजिट, मेडिकल किट उपलब्ध कराने को लेकर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर को आवश्यक निदेश दिये. आइसीएमआर और सीवी पोर्टल पर डाटा अपडेशन को लेकर भी उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी से आवश्यक जानकारी ली.
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग टीम की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को डीएसपी हेडर्क्वाटर की टीम के साथ मीटिंग करने का निर्देश दिया. इसके अलावा अन्य कोषांगों के कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.