छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के राजिम ताना इलाके में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां दो गर्भवती महिलाओं के साथ छेड़खानी किया गया है. वारदात को अंजाम देने वाला स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी है. आरोपित कोरोना जांच के नाम पर तीन दिनों तक महिलाओं के घर जाता रहा. महिलाओं को अलग कमरे में ले जाकर उनके साथ अश्लीलता की. शुरू में महिलाओं ने लोक-लाज के भय से चुप्पी साधी हुई थी लेकिन बाद में उन्होंने अपने पतियों को घटना की जानकारी दी.
इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रविवार को इस मामले में आरोपित स्वास्थ्यकर्मी को गिरफ्तार कर लिया. राजिम थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित शत्रघन सेन राजिम का रहने वाला है. यह सुरसाबांधा गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्यकर्मी के पद पर तैनात है. इस गांव में एक घर से कुछ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. इन लोगों को कोविड सेंटर में भेज दिया गया था.
इसके बाद परिवार के बाकी लोगों की जांच होनी थी. इसी कड़ी में 2 सितंबर को आरोपित घर पहुंचा, जहां 3 महीने और 9 महीने की गर्भवती महिलाएं थीं. इन्हीं के साथ आरोपित ने अश्लीलता की. इसके बाद वो 3 और 4 सितंबर को भी जांच के नाम पर घर गया और घटना को दोहराने लगा.
आरोपित शत्रुघन की हरकतों को बढ़ता देख महिलाओं ने अपने पतियों को घटना की जानकारी दी. लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर हंगामा कर दिया. मामला राजिम के बीएमओ वीरेंद्र हिरौंदिया के पास पहुंचा. शनिवार की सुबह बीएमओ ने इस संबंध में पूछताछ कर रिपोर्ट बनाई.
इस बात की जानकारी भी सामने आई कि शत्रुघन अक्सर शराब के नशे में भी ड्यूटी पर आता है. बीएमओ ने भी घटना की पुष्टि करते हुए मामले की जानकारी पुलिस को दी. अब आरोपी इस शर्मनाक हरकत के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है.