नई दिल्ली: देश में जहां कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है. वहीं, दिल्ली और केरल में संक्रमण का भयावह रूप दिखाई देने लगा है. स्थिति यह है कि केरल में 1.6 तो दिल्ली में 1.5 फीसदी गति से कोरोना की चाल बढ़ रही है। इसका असर दिल्ली और एनसीआर में पड़ने लगा है.
एनसीआर में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी
एनसीआर के शहरों में भी रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इसलिए केंद्र सरकार ने दिल्ली एनसीआर के प्रशासनिक अधिकारियों से अगले कुछ दिन तक सतर्कता बरतने की अपील की है. संक्रमण की निगरानी और जांच पर जोर डालने के लिए भी कहा गया है.
जानकारी के अनुसार, इस समय सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज दिल्ली और केरल में मिल रहे हैं. दिल्ली में जहां कोरोना का तीसरा पीक सामने आया है. वहीं केरल में यह दूसरा पीक दिखाई दे रहा है. दोनों ही राज्यों में बीते मंगलवार को करीब एक समान संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, भिवानी, गौतमबुद्घ नगर इत्यादि शहरों में भी रोजाना मिलने वाले संक्रमित मरीज बढ़ रहे हैं.
जोधपुर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के पूर्व प्रोफेसर रिजो एम जॉन का कहना है कि दिल्ली के चलते हरियाणा और उत्तर प्रदेश के आसपास के शहरों में असर दिखाई देने लगा है. वहीं हिमाचल प्रदेश में पर्यटन शुरू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर से भारी संख्या में पर्यटकों का आवागमन भी होने लगा है. शायद इसी का परिणाम है कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर दिखाई देने लगी है.
उन्होंने बताया कि अभी देश में कोरोना वायरस 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर है. जबकि केरल में यह 1.6 और दिल्ली में 1.5 फीसदी है. हरियाणा में एक और उत्तर प्रदेश में 0.4 फीसदी की गति से संक्रमण बढ़ रहा है लेकिन दिल्ली-केरल में यह काफी ज्यादा है. उन्होंने ये भी कहा है कि जिस प्रकार आगामी दिनों को ध्यान में रखते हुए सरकारें लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रही हैं.