दिल्ली: अगर कोई खुद का साफ कंबल ले जाना चाहे तो ले जा सकता है. हालांकि, कंबल न दिए जाने के फैसले के बाद एसी कोच के तापमान को कुछ बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है. दरअसल, रेलवे ने एसी कोच में पर्दों को लगाने व कंबल के वितरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है.
रोज-रोज नहीं धोया जाता कंबल
ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि आमतौर पर ट्रेनों में प्रयोग होने वाले कंबलों को रोज-रोज नहीं धोया जाता, बल्कि एक महीना तक इसमें लग जाता है. सिर्फ तकिया कवर व चादर आदि को प्रतिदिन धोने की व्यवस्था है.
कोरोना वायरस संक्रमण की संभावना के मद्देनजर देहरादून रेलवे स्टेशन के ऑफिसर भी हिंदुस्तान सरकार, केंद्रीय और प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय व रेलवे बोर्ड आदि के दिशा निर्देशों के तहत बचाव व जागरूगकता का काम कर रहे है.
इसी के तहत ट्रेनों को सेनेटाइज करने, प्लेटफार्म, बैंच, लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ियों, भोजनालय, विश्रामालय आदि में साफ सफाई व क्लोरीन आदि विषाणुरोधी दवाओं से सफाई कर रहा है. सीएमआई एसके अग्रवाल ने बताया कि इसे लेकर पूरी एहतियात बरती जा रही है. कर्मचारियों को भी मास्क पहनकर व सेनेटाइजर का प्रयोग करने के साथ ड्यूटी के लिए बोला गया है.
होटल और रेस्टोरेंट कारोबारियों के लिए गाइड लाइन जारी
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स प्रशासन ने होटल और रेस्टोरेंट कारोबारियों के लिए गाइड लाइन जारी किए हैं. होटलों और रेस्टोरेंट में मेन्यू कार्ड को ग्राहक की ओर से एक बार प्रयोग करने पर उसे क्लीनर से संक्रमण मुक्त करना महत्वपूर्ण होगा. वहीं, होटलों में ठहरने वाले विदेशी मेहमानों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी.
होटल और रेस्टोरेंट की साफ सफाई पर विशेष ध्यान
फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स प्रशासन के आयुक्त डॉक्टर पंकज कुमार पांडेय की ओर से जारी आदेश के अनुसार होटल और रेस्टोरेंट की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा. खाने की मेज, बैठने की कुर्सी को भी नियमित रूप से वायरस के संक्रमण से मुक्त करना होगा. खांसी जुकाम से संक्रमित ग्राहक को रेस्टोरेंट में खाना न खाने का अनुरोध कर घर पर खाना खाने की सलाह दी जाएगी.
होटल और रेस्टोरेंट में ग्राहकों को उच्च श्रेणी का न्यूनतम 60 फीसदी एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाए. आयुक्त डाक्टर पांडेय ने सभी जिलों में तैनात अधिकारियों को आदेश का पालन कराने के आदेश दिए हैं.