जमशेदपुर(आदित्यपुर):- सरकार बदलते ही सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम के कामों में घोटाले का खुलासा होना शुरू हो गया है.
आपको बता दें कि नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 15 में 25 लाख की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय को लेकर पार्षद नथुनी सिंह ने घटिया निर्माण का हवाला देते हुए हैंडओवर लेने से इंकार कर दिया है. साथ ही उन्होंने नगर आयुक्त को चिट्ठी लिखकर सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य की जांच कराए जाने की मांग की.
आदित्यपुर नगर निगम की ओर से गुरुवार को कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम नवनिर्मित सामुदायिक भवन की जांच करने पहुंची. जहां जांच टीम के समक्ष पार्षद ने निर्मित भवन का भौतिक सत्यापन करने की बात कही जिसपर संवेदक ने धमकी भरे अंदाज में जांच टीम के समक्ष ही मौजूद लोगों को हथौड़ा नहीं चलाने की नसीहत दे डाली.
वहीं मौके पर मौजूद जांच टीम उल्टा संवेदक को ही समझाने लगी. हालांकि पार्षद नथुनी सिंह ने साफ कर दिया है कि जब तक जांच टीम अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप देती तब तक वे शौचालय का हैंडओवर नहीं लेंगे. साथ ही उन्होंने ऐलान किया है कि अगर यहां से इंसाफ नहीं मिलता है तो वे पूरे मामले पर पीआईएल दाखिल करेंगे.
आपको बता दें कि पूरे नगर निगम क्षेत्र में लगभग 30 सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ है, जिसमें करोड़ों रुपए के घोटाले की बात सामने आ रही है. हालांकि इस संबंध में विभाग के अधिकारियों और नगर निगम के मेयर व डिप्टी मेयर ने चुप्पी साध रखी है. संवेदक एस के बी कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्ट में डाले जाने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पारित कर दिया गया है.