मुरैना: कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों को शीघ्र ट्रेस करें. वे अन्य लोगों से संपर्क में न आ पायें ऐसे प्रयास चिकित्सक करें. ये निर्देश उन्होंने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में फील्ड कार्य में लगे हुये डॉक्टर, एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं को दिये. इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरसी बांदिल, डॉ अनुभा महेश्वरी सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे.
कलेक्टर दास ने कहा कि जब तक पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को हम सैंम्पिलिंग नहीं करा देते और उनकी रिपोर्ट आने तक उनका अन्य किसी लोगों से संपर्क नहीं होने देंगे तभी हम कोरोना की चेन को तोड़ने में कामयाब हो पायेंगे.
उन्होंने कहा कि मुरैना जिले में कोरोना के दिन प्रतिदिन केस बढ़कर निकलने पर सबके लिये चिंता का विषय बना हुआ है. इस चिंता से मुक्त होने के लिये चिकित्सक कॉन्टेक्ट वाले लोगों को जल्द से जल्द ट्रेस करें.
उन्होंने कहा कि कोविड व्यक्ति के प्रथम संपर्क में आने वाले व्यक्ति को जिला चिकित्सालय में टेस्ट के लिये भेजें, जब तक उसकी रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उसे घर में ही आइसोलेट करायें.
अगर व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो या तीव्र गति से बुखार आ रहा हो या इसके अलावा अन्य कोई लक्षण प्रतीत होते हैं तो ऐसे व्यक्ति को जिला चिकित्सालय के आइसोलेट वार्ड में रिपोर्ट लेने के बाद भर्ती करायें.
कलेक्टर ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि कोरोना से घबरायें नहीं कोरोना एक नॉर्मल वायरस है. इससे सावधानी बनाये रखें. अगर व्यक्ति पॉजिटिव भी होता है तो उसे ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है.
पॉजिटिव वाले व्यक्ति को क्वरेंटाइन सेंटर पर स्वस्थ्य होने तक रखा जाता है. अगर किसी व्यक्ति को कोविड के अलावा अन्य कोई बीमारी होती है तो भले ही उसको स्वस्थ्य होने के लिये 15 से 20 दिन लग सकते हैं, किंतु कोविड संक्रमण का व्यक्ति है तो उसे 10 दिन के बाद डिस्चार्ज कर उसे 21 दिन के लिये होम आइसोलेट होना बहुत जरूरी है. इस वायरस की चेन तभी टूटती है.