NEW Delhi:- साल 2020 में पूरी दुनिया के लिए समस्या का सबब बनी रही कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है. कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार छह सप्ताह तक गिरावट आने के बाद पिछले सप्ताह फिर बढ़ोतरी दर्ज की गई. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी प्रशांत और अफ्रीका समेत विश्व स्वास्थ्य संगठन के छह क्षेत्रीय कार्यालयों में से चार में संक्रमण के मामले बढ़े हैं.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख टेड्रोस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने इसे निराशाजनक बताया, लेकिन कहा कि यह चौंकाने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे कुछ कारण हैं. इनमें कोरोना से संबंधित नियमों का पालन न करना, महामारी के अनुरूप व्यवहार न करना और वायरस के नए प्रकारों का फैलना आदि शामिल है.कई देशों में टीकाकरण को लेकर आई तेजी के बीच संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिली है.
‘वैक्सीन से मदद मिलेगी लेकिन इसी पर निर्भर रहना गलती’
उन्होंने चेताया कि वैक्सीन से लोगों की जान बचाने में सहायता जरूर मिलेगी. लेकिन, अगल यह समझा जाता है कि केवल टीकाकरण से इस महामारी को दूर किया जा सकता है, तो यह गलत है. उन्होंने दोहराया कि जांच, मास्क पहनना, शारीरिक दूरी और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग जैसे उपाय अभी भी महत्वपूर्ण हैं और आने वाले समय में भी रहेंगे. उन्होंने कहा कि इन नियमों का पालन हर हाल में होना चाहिए.
11 करोड़ से अधिक मामले, 25 लाख से ज्यादा की लोगों मौत
बता दें कि दुनिया भर में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के 11 करोड़ 38 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, इस महामारी के चलते 25 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें कि जरूरतमंद देशों तक कोरोना वायरस की वैक्सीन पहुंचाने के लिए ‘कोवैक्स’ वैश्विक पहल की शुरुआत की गई है. इसके तहत ऐसे देशों को इस साल के अंत तक वैक्सीन की दो अरब खुराकें पहुंचानी हैं.