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मंत्री, विधायक, कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्त्ताओं व समर्थकों ने दी विदाई
बोकारो: झारखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक राजेन्द्र प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व मे विलीन हो गया. बेरमो के करगली स्थित दामोदर नदी तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गयी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष शिबू सोरेन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. रामेश्वर उरांव, आजसू पार्टी सांसद चंद्रप्रकाश चैधरी, कृषिमंत्री बादल,स् वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, झामुमो विधायक सरफराज अहमद, भाजपा विधायक विरंची नारायण, भाकपा-माले विधायक विनोद कुमार सिंह, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी विधायक कमलेश कुमार सिंह, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष , पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, मासस के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी और भाजपा नेता सुखदेव भगत समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं-कार्यकर्त्ताओं और उनके समर्थकों अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
राजेंद्र प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार देर शाम गुडगांव से बेरमो स्थित उनके आवास पर पहुंचने के साथ ही अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ो लोग की भीड़ जमा थी. जिसमें सैकड़ों की संख्यां में महिलाएं भी पूरी रात मौजूद रहीं. सभी की ऑखें नम थी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए उनके निधन से झारखंड कांग्रेस ही नहीं, पूरे देश में पार्टी संगठन को हुई क्षति की भरपाई संभव नहीं है.
उन्होंने कहा कि राजेंद्र प्रसाद सिंह ने संगठन चलाने को लेकर जो निर्देश दिया था, पार्टी उसी गाइडलाइन के अनुरूप संगठन को मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत रहेगी.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने राजेंद्र प्रसाद सिंह को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने अपने अभिभावक को खो दिया है, पार्टी ने एक बड़े नेता को खो दिया, मजदूरों ने मसीहा और आम जनता ने अपने प्रिय नेता को खाया है, परमपिता परमेश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.
कृषिमंत्री बन्ना गुप्ता ने इसे अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि आज वे राजनीति के इस मुकाम पर है,उसमें राजेंद प्रसाद सिंह की बड़ी भूमिका रही है.
पूर्व मंत्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह की अंत्येष्टि दामोदर नदी के तट पर पर की गयी. बेरमो स्थित आवास से अंतिम यात्रा शुरू हुई, जो फुसरो ओवर ब्रिज, फुसरो बाजार, रामविलास हाईस्कूल होते हुए करगली में दामोदर नदी तट तक पहुंची, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
गौरतलब है कि झारखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे राजेंद्र प्रसाद सिंह ने गत रविवार को गुरुग्राम के एक अस्पताल में अंतिम सांसें लीं. 2 मई को तबीयत ज्यादा खराब के बाद उन्हें रांची से एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया था. जहां गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था.
फेफड़े में फंगल इन्फेक्शन की शिकायत के बाद वे रांची में अस्पताल में एडमिट हुए थे. झारखंड की राजनीति में राजेंद्र प्रसाद सिंह की पहचान एक ऐसे श्रमिक और सर्वसुलभ नेता के रूप में थी, जिनका द्वार 24 घंटे लोगों की मदद के लिए खुला रहता था.
पिछली बार हेमंत सोरेन सरकार में राजेंद्र प्रसाद सिंह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और ऊर्जा मंत्री रहे. हालांकि इसके बाद वर्ष 2014 में उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन 2019में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में एक बार फिर राजेंद्र सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर बेरमो विधानसभा सीट से जीत हासिल की. वे
छठी बार बेरमो विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए. राजेंद्र सिंह इंटक के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे. मजदूर नेता के तौर पर भी उनकी अलग पहचान थी.