प्रयागराज: जनपद के थरवई थाना क्षेत्र के पड़िला गांव में शनिवार सुबह सीआरपीएफ जवान ने दो बच्चों एवं पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी और खुद गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मौके से फैक्ट्रीमेड रिवाल्वर एवं खोखा और कारतूस बरामद किया है. आत्महत्या की वजह का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
मेजा थाना क्षेत्र के पूरा जगन्नाथ दशमी की बगिया गांव निवासी विनोद कुमार यादव (41)पुत्र मुकुन्दलाल यादव चार भाइयों में सबसे बड़ा था. वह सीआरपीएफ में सिपाही व चालक पद पर ग्रुप सेन्टर सीआरपीएफ पड़िला में स्थित कालोनी के तीसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट में अपनी पत्नी बिमला (38) और बेटा संदीप (15)एवं बेटी सिमरन (11) के साथ एक फ्लैट में रहता था.
बताया जा रहा है कि वह वाराणसी से ड्यूटी करके तीन दिन पूर्व अपने आवास पर आया था. शुक्रवार की शाम उसने अपने माता और पिता से फोन पर बातचीत भी की और उसके बच्चो ने भी दादा—दादी से फोन पर बातचीत की. खबर यह भी उसके नाम कोई लाईसेंसी असलहा भी नहीं था. शनिवार की भोर में उसने पहले पत्नी व बच्चों को गोली मारकर हत्या कर दी और खुद अपने गले में फन्दा डालने के बाद कनपटी पर गोली मार ली. गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने बालकनी से देखा तो तत्काल अपने अधिकारियों एवं पुलिस को सूचना दी.
सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज एवं अपर पुलिस अधीक्षक गंगापार नरेन्द्र कुमार सिंह समेत आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और उसके परिवार वालों को खबर दी. घटना की खबर मिलते ही विनोद का भाई अमन यादव एवं परिवार के अन्य लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के बाद सभी शव का पंचनामा करके अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया.
भाई ने बताया कि उसके पिता सुलतानपुर जिले में उपनिरीक्षक थे. लेकिन वर्ष 2012 में एक अपराधी भागने के बाद से निलम्बित चल रहे थे. वह घर पर ही थे. शुक्रवार की शाम परिवार वालों से बातचीत की थी और बच्चों ने भी दादा-दादी से बात की थी. लेकिन ऐसा क्या हो गया कि ऐसा कदम उठा लिया.
सूत्रों की मानें तो सिपाही विनोद ने अपने पिता से बातचीत के दौरान यह पूछा था कि किसी अधिकारी का फोन तो नहीं आया है. इस बात से यह जाहिर हो रहा है कि कोई न कोई मामला है. लेकिन सीआरपीएफ कालोनी में रहने वाले लोग एवं वहां के अधिकारी चुप्पी साधे हुए है.
अपर पुलिस अधीक्षक गंगापार नरेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि घटनास्थल से एक रिवाल्वर बरामद हुआ है.खोखे भी मौके से बरामद हुए हैं. आत्महत्या के वक्त दरवाजा अन्दर से बन्द कर लिया था. गोली की आवाज सुनकर पड़ोस के लोगों ने देखा तो उसने यह भी कहा कि यहां कोई आना नहीं. लेकिन आत्महत्या की वजह के सवाल का जबाब नहीं मिल पा रहा है.