नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप मामले में मौत की सजा पाए चार में से तीन दोषियों ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) का दरवाजा खटखटाया, जहां उनकी मौत की सजा पर रोक लगा दी गई.
आईसीजे से संपर्क करने वाले तीन अपराधी अक्षय सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा हैं. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय, जिसे कभी-कभी विश्व न्यायालय भी कहा जाता है, संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख न्यायिक अंग है.
आपको बता कि 2012 के मामले में चार दोषि- विनय, अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता और मुकेश सिंह – को 20 मार्च को सुबह 5:30 बजे फांसी दी जानी है.
अब तक, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मामले में सभी दोषियों की दया याचिकाओं को खारिज कर दिया है. हालांकि, दोषी सिंह और ठाकुर की एक दया याचिका राष्ट्रपति द्वारा “पूर्ण तथ्य” नहीं होने के आधार पर खारिज कर दिया गया था.