मोतिहारी: मोतिहारी साइबर अपराधियों ने पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी के सरकारी खाते में सेंधमारी की कोशिश की. हालांकि बैंक के अधिकारियों ने साइबर बदमाश के मंसूबे पर पानी फेरते हुए सारे मामले का भंडाफोड़ कर दिया. साइबर बदमाशों ने जिलाधिकारी के सरकारी खाता से फर्जीवाड़ा कर एक लाख की फर्जी निकासी की कोशिश की थी. बदमाशों ने जिलाधिकारी का फर्जी चेक पटना स्थित बैंक ऑफ इंडिया की कंकड़बाग शाखा में जमा करा दिया. बैंक अधिकारी ने भुगतान से पहले पुष्टि के लिए जब डीएम के खाता में अंकित फोन नंबर पर फोन किया, तब फर्जीवाड़े का पूरा मामले का खुलासा हो गया.
मोतिहारी के डीएम के खाते से निकासी मामले में बैंक अधिकारी के फोन के बाद जब छानबीन शुरू हुई, तब पता चला कि जिस नंबर का चेक पटना के बैंक में भुनाने के लिए जमा कराया गया है. उस नंबर का चेक समाहरणालय में नाजिर के पास सुरक्षित है. मामला सामने आने के बाद डीएम शीर्षत कपिल अशोक के आदेश पर पटना के गांधी मैदान थाने में इस फर्जीवाड़े से संबंधित प्राथमिकी दर्ज कराई गई. वहीं, दूसरी प्राथमिकी मोतिहारी कचहरी ब्रांच के मुख्य प्रबंधक राकेश कुमार ने नगर थाना में दर्ज कराई है.
‘क्लोन चेक से फर्जी भुगतान’
बताया जा है कि सूरज साह नाम के व्यक्ति ने डीएम के सरकारी खाते के चेक नंबर -562797 का क्लोन चेक तैयार कर भुगतान के लिए पटना के बैंक ऑफ इंडिया कंकड बाग शाखा में जमा कराया था, लेकिन बैंक अधिकारियों की सजगता से साइबर अपराधी का मंसूबा सफल नहीं हो सका. पुलिस ने सूरज साह के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं, दूसरी प्राथमिकी के बाद पुलिस ने सूरज की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी शुरू कर दी. वहीं, सदर डीएसपी अरूण कुमार गुप्ता ने बताया कि जल्द ही शातिर सूरज साह को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.