गढ़वाः वा के रंका मोड़ से डांस कराने के लिए ले जाई जा रही पांच किशोरियों के मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. इनकी कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है. इनमें से एक किशोरी डांस के दौरान ही गर्भवती हो गई. वह झारखंड के एक हाईप्रोफाइल परिवार की दूर की रिश्तेदार भी बताई जा रही है. वह पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है. उसकी मां का ननिहाल मेदिनीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव में है.
बताते चलें कि पलामू जिले के रामगढ़ व गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र की रहने वाली ये किशोरियां एक एजेंसी में डांसर के तौर पर काम करती थी. उनका संचालक मेराल थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उन लड़कियों को 16 फरवरी को शहर के रंका मोड़ से चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा संचालक के साथ पकड़ा गया था. सीडब्ल्यूसी में काउंसिलिंग के बाद उक्त लड़कियों को बालिका गृह में पुनर्वासित किया गया था.
यहां स्वास्थ्य जांच के दौरान पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव की 14 वर्षीया लड़की गर्भवती मिली. उस लड़की ने काउंसिलिंग में भी किसी रिश्तेदार के बारे में जानकारी देने से परहेज किया था. लेकिन शनिवार को सीडब्ल्यूसी गढ़वा के समक्ष उसकी मौसी ने दावा पत्र प्रस्तुत कर उसके परिवार के बारे में कई जानकारियां दीं. महिला की मानें तो पति की मौत के बाद पीडि़त की मां एक पुत्र व चार नाबालिग पुत्रियों को छोड़कर कहीं चली गई थी.
इसके बाद नाबालिग बच्चों के सगे चाचा ने उन्हें घर में पनाह नहीं दी. साथ ही उनकी संपति भी हड़प ली. इसके बाद बच्चों ने कुछ दिनों तक मौसी के घर पनाह ली. सबसे बड़ा लड़का अब 16 वर्ष का है, जो पंजाब में मजदूरी कर रहा है. 14 वर्षीया बच्ची डांसर बन गई. वह तस्करी, शोषण, उत्पीड़न का दंश झेल रही है और गर्भवती है. इससे छोटी 12 वर्ष की एक लड़की पटना में किसी के घर में बंधुआ मजदूर के रूप में रह रही है. जबकि सबसे छोटी लड़की नानी के घर में रहती है.
इधर, सीडब्ल्यूसी गढ़वा के अध्यक्ष उपेंद्रनाथ दुबे ने नाबालिग पीड़िता के गृह सत्यापन व सामाजिक जांच प्रतिवेदन के लिए चाइल्डलाइन पलामू को निर्देश दिया है. मौसी का दावा है कि पीड़िता प्रदेश के एक हाई प्रोफाइल परिवार की दूर की रिश्तेदार भी है. इन बच्चों को पालन पोषण व देखरेख के साथ ही एक आश्रय की भी जरूरत है.