परमानंद,
हजारीबाग(बरकट्ठा): विगत 14 मार्च शनिवार को प्रखंड के घंघरी में जीटी रोड पर सड़क हादसे में पिता की मौत के बाद 24 वर्षीय बेटी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
बताते चलें कि विगत 14 मार्च को गैयपहाड़ी निवासी एक किसान अपनी बेटी को बाइक से पटना बिहार की बस पर बैठाने के लिए बरही ले जा रहे थे. इसी दौरान बीच रास्ते में एक अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मारी और पिता पुत्री दोनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसमें पिता छोटीलाल प्रसाद (55) की मौत हो जाती है.
वहीं बेटी अनिता बुरी तरह से घायल थी. घायलावस्था में स्थानीय पुलिस व लोगों की मदद से स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा लाया, जहां तत्काल हजारीबाग रेफर किया गया.
हजारीबाग के प्रसिद्ध अस्पताल आरोग्यम में बेटी अनिता का तत्काल इलाज शुरू किया गया. वहीं इलाज के दौरान स्थिति नाजुक देख चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया. परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित सैमस्फोर्ड हॉस्पिटल में एडमिट करवाया.
गरीब की बेटी की ईलाज के लिए प्रखंड व जिले के आदर्श समाज, बुद्धिजीवियों व सभी वर्ग के लोगों ने आर्थिक सहयोग के तौर पर लगभग 1 लाख 75 रुपये की मदद की. समाज ने मानवीय मूल्यों का निर्वहन करते हुए बेटी की जान बचाने के लिए ब्लड डोनेट किया.
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वहीं कैंडल जलाकर एवं ईश्वर की आराधना कर स्वस्थ्य होने की कामना की गई. समाज सेवी सोबरन प्रसाद से प्रेरित होकर स्थानीय विधायक ने विधानसभा सत्र के दौरान बेटी के समुचित इलाज हेतु सवाल किया.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने विधायक के सवाल पर संज्ञान लिया और हरसंभव मदद की. लेकिन 17 मार्च को संध्या लगभग 6:30 बजे अनिता ने अपनी आखरी सांस ली और संसार को अलविदा कह दिया. अनिता के मौत के बाद गांव सहित प्रखंड में मातम की सन्नाटा पसरा हुआ है.
वहीं स्थानीय विधायक अमित कुमार यादव, जिप सदस्य कुमकुम देवी, भाजपा नेता केदार साव, आदर्श समाज सेवा के शशिभूषण प्रसाद, यमुना साव, दिनेश महतो, उदय मंडल, सोबरन प्रसाद, वेदप्रकाश प्रसाद, रामचन्द्र प्रसाद, रामलखन प्रसाद, अशोक कुमार, दर्जनों जनप्रतिनिधि सहित सैकड़ों बुद्धिजीवी समाजसेवी लोगो ने शोकाकुल परिवार के साथ सवेंदनाएं प्रकट की.
गांव मे पसरा मातम
ज्ञात हो कि दिवंगत अनिता निम्नस्तरीय किसान की बेटी थी. पिता ने काफी संघर्ष से बेटी को पढ़ाकर एक मुकाम तक पहुंचाया था. बेटी पटना स्थित प्रसिद्ध हॉस्पिटल आईजी एम0एस0 राजा बाजार पटना में नर्स के पद पर कार्यरत थी.