शशिभूषण दूबे कंचनीय,
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में बीते साल ग्रामीण इलाकों में सिलसिलेवार कई डकैतीयां हुई. डकैती के दौरान हुई हत्या को लोग भुला भी नहीं पाए थे कि काकोरी थाना क्षेत्र के अम्रपाली कॉलोनी में रविवार को सेवानिवृत्त सचिवालय कर्मी के घर असलहों से लैस बदमाशों ने दिनदहाड़े धावा बोल दिया और पूरे परिवार को बंधक बनाकर घर में रखी नकदी व लाखों के गहने लूट लिए.
दिनदहाड़े हुई डकैती की सूचना मिलते ही पुलिस अफसरों के होश उड़ गए और आनन-फानन में पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे सहित कई पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. अधिकारी डॉग स्क्वायड एवं फिंगर प्रिंट दस्ते के साथ छानबीन शुरू की, लेकिन बदमाशों का कुछ सुराग नहीं लग सका.
डकैतों की खोज के लिए क्राइम ब्रांच के अलावा सर्विलांस सेल टीम व स्थानीय पुलिस पुलिस को लगाया गया है.
काकोरी क्षेत्र के दुबग्गा स्थित अम्रपाली कॉलोनी निवासी रिटायर्ड सचिवालय कर्मी हरिकृष्ण पत्नी भानमती व बेटे अभिषेक के साथ रहते हैं.
रोज़ की तरह वे रविवार को भी घर पर परिवार के साथ थे कि दिन में करीब डेढ़ बजे लाठी डंडों एवं असलहों से लैस आधा दर्जन बदमाश घर पहुंचे और बेल बजाया. कालबेल की आवाज सुनकर हरिकृष्ण गेट पर आए और जैसे ही दरवाजा खोला कि बदमाशों ने उन्हें गन पॉइंट पर ले लिया.
बताया गया कि बदमाशों ने हरिकृष्ण से चाबी मांगी. विरोध करने पर घर में मौजूद पत्नी व बेटे को बंधक बना लिया और घर में रखी 15000 की नदी एवं लाखों के गहने लूट कर फायरिंग करते हुए भाग निकले।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने डॉग स्क्वायड एवं फिंगरप्रिंट दस्ते के साथ छानबीन की लेकिन डकैतों का कोई सुराग नहीं लग सका। वही ग्रामीणों की माने तो इस्पेक्टर काकोरी घनश्याम मणि घटना को छुपाते रहे और चोरी की बात पता कर पल्ला झाड़ने की भी कोशिश की।
फिलहाल एक बार फिर पिछले सालों की तरह ग्रामीण इलाकों में डकैतों ने दस्तक देकर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली।