जमशेदपुर: बिष्टुपुर स्थित मेडिका अस्पताल को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. वैसे जिला प्रशासन ने यह कदम स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश के बाद उठाए हैं.
आपको बता दें कि वर्तमान का मेडिका अस्पताल जो पूर्व में कांतिलाल अस्पताल के नाम से जाना जाता था. उसे सरकार की ओर से बेहद ही कम दर पर जमीन उपलब्ध कराई गई थी. लेकिन मेडिका अस्पताल इसके एवज में ना तो मरीजों के इलाज में नरमी बरतती है न ही गरीबों को जरूरी सुविधाएं ही मुहैया कराती है.
उधर, सरकार गठन के बाद से लगातार मंत्री बन्ना गुप्ता मेडिका अस्पताल को दिए गए जमीन की जांच कराए जाने की बात दोहराते रहे हैं.
वहीं मंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन हरकत में आई है और अपर समाहर्ता यानि एडीसी के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
आपको बता दें कि मेडिका अस्पताल के पीछे टाटा स्टील की बड़ी भूमिका है. टाटा स्टील का इस अस्पताल में बड़ा शेयर है. ऐसे में अगर सही तरीके से जांच हो जाती है तो निश्चित तौर पर मेडिका अस्पताल को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. फिलहाल जिले के उपायुक्त के निर्देश के बाद मेडिका अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है. वैसे अब इंतजार है जांच रिपोर्ट आने की.