जावेद अख्तर,
गोड्डा: रविवार की अहले सुबह मानवता को शर्मशार कर देने वाली घटना प्रकाश में आया है. मेहरमा प्रखंड मुख्यालय के बलबड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमानपुर गांव के सुधीन यादव की 12 वर्षीय मूकबधिर पुत्री का शव बरामद किया गया है.
उच्च विधालय खिरोंधि के पुराने भवन से बच्ची की शव बरामद हुई है. इधर सुचना पाकर सदर डीएसपी के के सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी लीया. ग्रामीण काफी आक्रोशित थे, ग्रामीणों का मांग था की आरोपी को जल्द से जल्द पुलिस गिरफ्तार करे.
सदर डीएसपी के के सिंह के द्वारा आश्वासन दिया गया की इसमें संलिप्त आरोपियों को पुलिस 24 से 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लेगी. काफी समझाने बुझाने के बाद ग्रामीणों ने मानी और शव को पोस्टमार्टम के लिए शव को उठने दिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बलबड्डा थाना क्षेत्र के सिमानपुर गांव के सुधीन यादव के 12 वर्षीय मूकबधिर पुत्री शनिवार की शाम करीब 7 बजे से ही लापता थी.
परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन भी की थी. लेकिन उसका कही कोई पता नही चला था. रविवार को सुबह कुछ लोगो द्वारा बच्ची के पिता सुधीन यादव को बताया गया की बच्ची का शव उच्च विधालय खिरौंधी में पड़ा हुआ है. उच्च विधालय खिरौंधी के पुराने बिल्डिंग में जाकर देखा तो सही में उसके मूकबधिर बच्ची का ही शव पड़ा हुआ है. घटना बीते रात की है.
घटना की जानकारी पाकर बल बड्डा थाना प्रभारी दीप नारायण सिंह के अलावे ललमटिया एवं मेहरमा पुलिस गांव में डटी हुई है. ग्रामीणों के बिच काफी आक्रोश था, ग्रामीण आरोपित को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. काफी समझाने बुझाने के बाद ग्रामीणों ने माना. तब जाकर शव को पोस्टमार्टम लिए गोड्डा भेजा जा सका.
क्या कहते है सदर डीएसपी:
वही इस संबंध में गोड्डा सदर डीएसपी के के सिंह से पूछने पर उन्होंने बताया कि बच्ची की लाश देखने पर प्रथम दृष्टया दुष्कर्म के बाद हत्या करने जैसी बातें सामने आ रही है.
पुलिस हर एक बिंदु पर सघनता से जांच कर रही है, किसी भी कीमत पर 24 से 48 घंटे के अंदर इस कांड में जो भी व्यक्ति की सनलिप्ता होगी उसे ढूंढ लिया जाएगा.
उन्होंने आगे बताया कि ग्रामीणों के कहने पर दुमका से कुत्ते को भी मंगवाया जा रहा है, साथ ही फॉरेंसिक साइंस के द्वारा भी जांच कराई जा रही है. ताकि किसी भी कीमत पर इस प्रकार की घिनौनी हरकत करने वाले व्यक्ति बच नहीं पाएंगे.
क्या कहती हैं महागामा विधायक दीपिका पाण्डेय सिंह:
मूक-बधिर नाबालिग लड़की से बलात्कार और हत्या का मामला बेहद संगीन है. एक महिला होने के नाते इस घटना ने मुझे अंदर तक झँझोर दिया है. ऐसी घिनौनी वारदात किसी एक के साथ घटी घटना नहीं है बल्कि पूरी स्त्री जनमानस के आत्मसम्मान पर गहरा आघात है.
जिस मासूम के साथ बलात्कार किया गया था, वो गूंगी-बहरी और मानसिक रूप से विकलांग थी. और इसी का फ़ायदा उठाकर उस दरिंदे ने उसे अपना निशाना बनाया है.
लेकिन जो कोई भी इस दरिंदगी में शामिल उस अपराधी को किसी भी हालत में बक्शा नहीं जा सकता हैं. पुलिस अपना काम कर रही है. मगर सिर्फ कोशिश से कुछ नहीं होगा दोषी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए.
मेरा सरकार से भी अनुरोध है की इस घटना में जो कोई भी शामिल है उसे सख़्त से सख़्त सज़ा दिलाने के लिए मामले को फास्ट ट्रैक में चलाया जाए. ताकि पीड़ित को इंसाफ मिले .