राज्य सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना हर्बल पार्क
चतरा: चतरा में लंबे समय से अधूरे पड़े मृतप्राय राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी हॉर्टिकल्चर पार्क यानी हर्बल पार्क योजना को एक बार फिर जिला प्रशासन पुनर्जीवित करने जा रही है. वर्षो से अधूरे पड़े पार्क का निर्माण कार्य फिर से शुरू होने जा रहा है. इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा प्रयास तेज कर दिए गए हैं. ताकि जल्द से जल्द इसका निर्माण कार्य न सिर्फ पूरी कर ली जाए, बल्कि जिले वासियों को नववर्ष में एक शानदार तोहफा भी मिल सके.
गौरतलब है कि पूर्व की भाजपा सरकार सरकार में चतरा विधायक सह तत्कालीन कृषि मंत्री सत्यानंद भोक्ता के प्रयास से वर्ष 2006 में करोड़ों रुपए खर्च कर चतरा में इस योजना को धरातल पर उतारने की आधारशिला रखी गई थी.
योजना के मुताबिक, आधा से ज्यादा काम भी धरातल पर उतारा गया था. जो फंड के अभाव में काम बंद हो जाने से झाड़ियों में तब्दील होकर इन दिनों मृतप्राय स्थिति में दिखाई पड़ रही थी. जिसे गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त दिव्यांशु झा ने पार्क की महत्ता को समझते हुए इसके जीर्णोद्धार का जिम्मा उठाया है.
इस निमित्त आज उन्होंने अपने अधिकारियों के साथ चतरा के तपेज स्थित कृषि विभाग के समीप अवस्थित हॉर्टिकल्चर पार्क के स्थल तथा निर्मित भवनों का मुआयना कर स्थिति का जायजा भी लिया.
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि चतरा के लिए हर्बल पार्क का प्रोजेक्ट काफी महत्वाकांक्षी है. उन्होंने बताया कि वैसी कुछ परिस्थितियों के कारण इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से मूर्त रूप नहीं दिया जा सका था. अब इस प्रोजेक्ट को जिला प्रशासन के सौजन्य से जीर्णोद्धार कर अमलीजामा पहनाया जाएगा. उपायुक्त ने बताया कि आने वाले दिनों में इस पार्क का वातावरण चतरा वासियों के लिए एक महत्वपूर्ण आकर्षण का केंद्र बिंदु होगा.