ब्यूरो चीफ
झारखंड औद्योगिक आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड (जीडको) के अधीन आनेवाले तुपुदाना औद्योगिक क्षेत्र के कायापलट की तैयारियां चल रही हैं. यहां पर 151 से कुछ अधिक औद्योगिक इकाईयों के प्लाट हैं. इनमें 314 चल रहे हैं. 71 इकाईयों की संपत्ति बिहार राज्य वित्त निगम के पास मॉर्गेज हैं.
इन इकाईयों द्वारा लिये गये कर्ज की वापसी नहीं होने पर वसूली की प्रक्रिया 2014 से ही बिहार राज्य वित्त निगम (BSFC) ने शुरू कर दी है. कई बाद कर्जधारकों को एकमुश्त समझौता करने का अवसर भी दिया गया. पर कर्जधारकों की ओर से ऐसा नहीं किये जाने से अब BSFC ने अधिक कर्ज लेनेवाली वैसी 30-35 इकाईयों की संपत्ति को नीलाम करना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार कई कर्जधारकों ने BSFC के बकाये राशि का भुगतान कर दिया है और उन्होंने अपना कारोबार वहां से समेट लिया है.
BSFC की तरफ से सेल नोटिस और ऐज एंड ह्वेहर बेसिस पर नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. कर्जदाताओं को 31 मार्च 2019 तक का समय भी दिया गया था. जीडको के क्षेत्रीय निदेशक अजय कुमार सिंह ने बताया कि BSFC की कार्रवाई से ही औद्योगिक ईकाइयों के संचालकों में परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि 71 में से 20 ईकाईयों के मामले विभिन्न न्यायालयों में लिक्विडेशन की प्रक्रिया में हैं.
जानकारी के अनुसार 2/7/2019 के BSFC की नीलामी प्रक्रिया में तुपुदाना इंडस्ट्रीयल एरिया के प्लाट नंबर के-1 पी स्थित वेस्ट फील्ड इंजीनियर्स की फैक्टरी का भी नाम है. BSFC के डीफाल्टरों की इकाईयां ही बंद हैं अथवा बंदी के कगार पर हैं.
BSFC ने 31 मार्च 2017 तक के डीफाल्टरों की सूची की सार्वजनिक
BSFC की तरफ से झारखंड में कर्ज लेनेवाले सभी कर्जधारकों की सूची को सार्वजनिक कर दिया है. 31 मार्च तक BSFC से राज्य भर के छोटे इकाईयां लगानेवाले उद्यमियों ने 520 करोड़ से अधिक का कर्ज लिया है. इनके नाम, क्षेत्र और कुल कर्ज की जानकारी सूची में उपलब्ध करायी गयी है.