जमशेदपुर: सरयू राय ने चाईबासा बुरुगुलीकेरा हिंसा को लेकर राज्य सरकार का बचाव करते हुए कहा है, कि पत्थलगड़ी समर्थकों को रिहा करने का फैसला नहीं दिया गया बल्कि केस वापस लेेने का फैसला लिया गया है. मामला न्यालय में चलना है, और न्यालय से आदेश के बाद रिहाई हो सकती है.
वहीं सरयू राय ने सरकार को नसीहत भी दी कि ऐसे मामलों में सभी को एक मंच पर आकर सही निर्णय लेना चाहिए. क्योंकि देश के कानून को मानकर अगर सरकार बनी है, तो देश में रहनेवाले लोगों को कानून नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता.
वहीं घटनास्थल पर जानेवाले भाजपा सांसदों को चाईबासा जिला प्रशासन द्वारा रोके जाने के मामले में सरयू राय ने जिला प्रशासन के फैसले को सही बताया और कहा ऐसे समय में जिला प्रशासन को जो सही लग रहा है, विधि व्यवस्था के लिए करना चाहिए. उन्होने कहा जब लोकसभा से प्रस्ताव पारित हो गया और देश के सर्वोच्च अदालन ने इसे स्वीकृति दे दी तो विरोध का कोई महत्व नहीं रह जाता. हालांकि सरयू राय ने एनआरसी और सीएए को सही कदम बताया.