लखनऊ: 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आज फैसला सुनाया जाएगा. लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने आदेश जारी कर सभी आरोपियों को फैसले के दिन कोर्ट में मौजूद रहने को कहा है. इस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे कई बड़े नेता आरोपी हैं. फैसले के मद्देनजर अयोध्या और लखनऊ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा चुके हैं.
फैसले के समय लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, रामचंद्र खत्री और सुधीर कक्कड़ सीबीआई कोर्ट में उपस्थित नहीं रहेंगे. पांचों आरोपियों की तरफ से उनके वकील कोर्ट में प्रार्थना पत्र दे सकते हैं. आडवाणी और जोशी अधिक उम्र और खराब स्वास्थ्य की वजह से नहीं आ पाएंगे. वहीं उमा भारती कोरोना संक्रमित होने के बाद ऋषिकेश ऐम्स में भर्ती हैं. रामचंद्र खत्री हरियाणा के सोनीपत की जेल में एक दूसरे केस को लेकर बंद हैं, जिसके कारण उनकी भी उपस्थिति कोर्ट में नहीं हो सकती है. कारसेवक सुधीर कक्कड़ भी मौजूद नहीं रहेंगे.
CBI कोर्ट बाबरी विध्वंस मामले में आज 30 सितंबर को दिन में 11 बजे से 1 बजे के बीच अपना फैसला सुनाएगी. इस हाई प्रोफाइल मामले के मद्देनजर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के इंतजाम कर दिए गए हैं. लखनऊ स्थित परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया. बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वैड और खोजी कुत्तों की मदद से अभियान चलाया गया.
इधर अयोध्या में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. डीआईजी दीपक कुमार ने बताया कि सीआईडी और एलआईयू की टीमें सादी वर्दी में तैनात कर दी गई हैं. बाहरी लोग अयोध्या में आकर माहौल न बिगाड़ने पाएं इसको लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है. उन्होंने बताया कि पूरे जिले में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत के बाहर करीब 2 हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा प्रदेश के 25 संवेदनशील जिलों में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी गई है.