रांची.पत्थलगड़ी समर्थकों का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिला.
अपने अधिकारों को परिभाषित करता हुआ बैनर लिए पत्थलगड़ी समर्थकों राजभवन पहुंचे और प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य अंदर राज्यपाल से मिलने पहुंचे, वहीं कुछ सदस्य राजभवन के बाहर पारंपरिक गीत गा रहे हैं.
इधर, खूंटी जिले के पत्थलगड़ी इलाके की तस्वीर बदल रही है. पिछली सरकार के कार्यकाल में बड़ी संख्या में खूंटी के सैकड़ों राजस्व गांवों में पत्थलगड़ी कर सरकार की विकास योजनाओं का विरोध किया गया था. बड़ी संख्या में कई गांवों के ग्रामीण ने पत्थलगड़ी कर राशनकार्ड, आधारकार्ड, मतदान पहचान पत्र को जिला प्रशासन को वापस कर दिया था. उस वक्त पत्थलगड़ी इलाके के ग्रामीण सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं लेना चाहते थे. लेकिन वर्त्तमान सरकार के सत्ता संभालते ही पत्थलगड़ी से संबंधित केस वापस करने के एलान के बाद धीरे धीरे उन्हीं राजस्व गांवों में बैठकें आयोजित की गई और ग्रामीण आधारकार्ड, राशनकार्ड और मतदाता पहचान पत्र वापस लेने के लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के नाम आवेदन देने लगे. इसी क्रम में खूंटी प्रखण्ड कार्यालय में ड़ाड़ीगुटु पंचायत के हुबुईडीह और बोंगामाद गांव के 53 लोग अपने जमा किये गए दस्तावेज वापस लेने के लिए पहुंचे. जिला पंचायती राज पदाधिकारी और प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने ग्रामीणों को उनके आवेदन के आधार पर राशनकार्ड, आधारकार्ड और मतदाता पहचान पत्र ग्रामीणों को वापस किया. अपने पहचान पत्र समेत अन्य दस्तावेज पाकर ग्रामीण प्रसन्नचित नजर आ रहे थे. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर हमलोगों ने अपने पहचान संबंधी दस्तावेज सरकार को वापस किया था. अब जिला और प्रखण्ड के अधिकारियों द्वारा दस्तावेज पाकर खुश हैं. साथ ही गांव में चलने वाली विकास योजनाओं का भी ग्रामीण लाभ लेने को उत्सुक हैं. ग्रामीणों ने कहा कि अब गावं में पीएम आवास, शौचालय निर्माण, राशन उठाव, पेयजल सुविधा समेत अन्य सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ लिया जाएगा.
वहीं जिला पंचायती राज पदाधिकारी और बीडीओ ने कहा कि ग्रामीण अब वापस मुख्यधारा में लौटने लगे हैं ऐसे में हम सरकारी सेवक होने के नाते ग्रामीणों की जरूरतों की पूरा करेंगे. सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का भी लाभ पत्थलगड़ी इलाके के ग्रामीणों तक पहुंचाया जाएगा.