रामगढ़: कोविड-19 से जंग में अग्रिम पंक्ति के युद्ध के रूप में अपनी सेवा दे रहे देश के डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों के साथ लगातार हो रहे दुर्व्यवहार से आहत विश्व की डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और झासा ने संयुक्त रूप से डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है.
इस संबंध में झासा के सचिव डॉ. मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया की कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की जान बचा रहे डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों पर देश के अनेक हिस्सों से हिंसा की खबर लगातार मिल रही है. देश में डॉक्टरों की पूर्व से लंबित मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट बिल को अविलंब संसद में पास किया जाना चाहिए.
उन्होंने बताया कि बुधवार को सभी सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी चिकित्सकों पर हो रहे हमलों के विरोध में रात 9:00 बजे मोमबत्ती जलाकर पूरे देश में वाइट एलर्ट किया जाएगा. इसके अगले दिन गुरुवार को सभी चिकित्सक अपने कार्यस्थल पर काला पट्टी लगाकर कार्य करेंगे.
काला दिवस के बाद भी अगर सरकार का रवैया चिकित्सकों और चिकित्सक कर्मियों के प्रति उदासीन रहा तो राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय नेतृत्व के द्वारा आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा.