नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुरैना शहर कोतवाली पुलिस ने एक्सिस बैंक के मैनेजर व सेल्स अफसर सहित दो फर्म संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. बैंक अधिकारियों ने नोटबंदी के दौरान फरियादी से जीरो बैलेंस का खाता खोलने के लिए दस्तावेज लिए पर बाद में मना कर दिया. कुछ समय बाद उसके दस्तावेज का उपयोग कर खाता खोला और दो फर्मों का पैसा खाते में ट्रांसफर कर दिया.
फरियादी को पता तब चला जब उसके पास अक्टूबर 2019 में आयकर विभाग का नोटिस आया. उसने कोतवाली थाने में शिकायत की. जांच के बाद कोतवाली पुलिस ने मैनेजर, सेल्स अफसर व दो फर्मों के संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, ताप का पुरा गुढ़ा निवासी निरंजन सिंह सिकरवार को 7 अक्टूबर को आयकर विभाग से नोटिस मिला. जिसमें उसके एक्सिस बैंक के खाते से 76 लाख 20 हजार रुपए का लेनदेन होना बताया.
विभाग ने 15 अक्टूबर तक जवाब मांगा था. निरंजन ने कोतवाली में दिए आवेदन में बताया कि 2016 में उसने एक्सिस बैंक में जीरो बैलेंस पर खाता खुलवाने के लिए आवेदन दिया था और दस्तावेज लगाए थे, लेकिन बैंक मैनेजर आशीष जैन व सेल्स अफसर विक्रम जैन ने दस्तावेज लेने के दो दिन बाद कहा कि अभी जीरो बैलेंस के खाते नहीं खुल रहे हैं.
इसके बाद आरोपितों ने उसके नाम से खाता खोलकर ट्रांजेक्शन किया है. पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि निंरजन के खाते में 76 लाख 20 हजार की रकम जमा कर उससे नवीन जैन की फर्म वैभव इंटरप्राइजेज व सौरभ सिंह की फर्म बीएस ट्रेडिंग कंपनी के खातों में ट्रांसफर की गई है. पुलिस ने जांच के बाद चारों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.