रवि सिंह ब्यूरो चीफ
गोरखपुर:- धरना का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता मनीष ओझा ने कहा ने कहा कि सरकारी अस्पताल में हजारों की संख्या में मरीज इलाज के लिए भर्ती होते हैं। लेकिन अस्पताल की व्यवस्था से मरीजों की जान जोखिम में बना रहता है मनीष ओझा ने कहा नेताजी सुभाष चंद्र बोष जिला अस्पताल गोरखपुर इमरजेन्सी विभाग के आर्थो वार्ड में डाक्टरो द्वारा अत्यन्त निर्धन व विकलांग बच्ची मानवी त्रिपाठी के विकलांग पिता सुशील त्रिपाठी से आपरेशन के नाम पर बीस हजार रूपए माॅगने के विरोध में छात्र पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आज हम लोग मजबूर होकर आज इमरजेन्सी वार्ड पर धरना देकर मुख्य चिकित्साधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन सौपा छात्र नेता ने कहा एस0आई0सी0 जिला अस्पताल डा0 ए0सी0 श्रीवास्तव को निःशुल्क ईलाज व आपरेशन के नाम पर मरीज पुजा चैबे पुत्री राम सिद्ध चर्तुवेदी से लिए गए 12000 रूपए जो जिला अस्पताल प्रशासन तत्काल वापस करावे नेता मनीष ओझा ने कहा कि इस संबंध में 18 जनवरी को एस0आई0सी0 डा0 ए0सी0 श्रीवास्तव से मिलकर बताया लेकिन तब पर भी डाक्टरो के कानो पर जूॅ तक नही रेंगी और नही तो मरीज के परिजनो पर जल्द से जल्द रूपए जमा करने हेतु दबाव बनाया जाने लगा अन्यथा रेफर करने की धमकी दी जाने लगी डाक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है लेकिन चंद ऐसे लोगो द्वारा पूरा चिकित्सक समूह संदेह के घेरे में आ जाता है, निर्धन व विकलाॅग मरीज आपरेशन हेतु रूपए कहा से लाएगे जबकि सरकार निर्धन व विकलांगों को उत्तम स्वास्थ्य व आपरेशन हेतु निःशुल्क ईलाज व आपरेशन की सुविधा देती है लेकिन जिला अस्पताल सरकार के विपरित कार्य कर रही है जो बहुत ही निन्दनीय है जिसका मे विरोध करता हूॅ प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से मौजूद रहे नारायण दत्त पाठक, प्रतीक त्रिपाठी, आशुतोष त्रिपाठी, दीपक वर्मा, कुलदीप सिंह, राहुल चैबे, रामसिद्ध चतुर्वेदी, सुशील त्रिपाठी, अंकुश सिंह, हर्ष पाण्डेय, शुभम दूबे आदि थे.