पांचवे दिन भी मोरहाबादी मैदान में है डटे
रांची: सीधी नियुक्ति की मांग को लेकर 2200 से अधिक आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों का बुधवार को भी प्रदर्शन जारी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलवाने की मांग को लेकर राज्य के 12 उग्रवाद प्रभावित जिलों से रांची पहुंचे अनुबंधित सहायक पुलिस कर्मी मोरहाबादी मैदान में खुले आसमान के नीचे डटे है. इस आंदोलन में बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है. सभी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
आंदोलन के दौरान ही रांची के मोरहाबादी मैदान में एक साथ सहायक पुलिसकर्मियों ने राष्ट्रगान गाया. राष्ट्रगान और भारत माता की जय से गूंज रहा मोरहाबादी मैदान आंदोलन के दौरान मंगलवार की देर रात अचानक रांची का मोरहाबादी मैदान भारत माता की जय कि नारों से गूंजने लगा. थोड़ी देर बाद सहायक पुलिसकर्मियों ने एक साथ राष्ट्रगान गाना शुरू किया. इस दौरान सुरक्षा के लिए तैनात अधिकारी और पुलिसकर्मी भी राष्ट्रीय गान के सम्मान में खड़े हो गए. राष्ट्रगान खत्म होने के बाद पुलिसकर्मियों ने रघुपति राघव राजा राम का भजन भी गाया.
हड़ताल पर बैठे सहायक पुलिसकर्मियों का कहना है कि मुख्यमंत्री से लिखित पत्र मिलने के बाद ही वो हड़ताल से हटेंगे. प्रदर्शनकारी एक सहायक पुलिसकर्मी ने बताया कि बार-बार मुख्यमंत्री से मिलाने की बात कह कर उन्हें मुख्यमंत्री से नहीं मिलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे लोग चार दिनों से मोरहाबादी मैदान में रह रहे है. हमारे पास ना रहने का छत है, और ना खाने को खाना. पानी भी खरीदकर पीना पड़ रहा है. इसके बावजूद इसके जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक हम लोग मोरहाबादी मैदान में डटे रहेंगे.
चार दिन पहले विभिन्न जिलों से पदयात्रा करते हुए 2200 से अधिक अनुबंधित सहायक पुलिस कर्मी मुख्यमंत्री आवास और राजभवन घेराव करने के लिए रांची पहुंचे थे, लेकिन उन्हें मोरहाबादी मैदान में शिफ्ट कर दिया गया है, जहां वे पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनरत है. यह उम्मीद जतायी जा रही है कि आज दोपहर बाद मुख्यमंत्री के दुमका वापस लौटने के बाद मुख्यमंत्री से उनकी मुलकात हो सकती है. इधर, सोमवार शाम को 1020 सहायक पुलिसकर्मियों पर लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसमें कोविड- 19 का उल्लंघन करने, धारा 144 का उल्लंघन करने और कोरोना संक्रमण फैलाने सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है.