कासगंज: डेंगू और मलेरिया ने अपना पैर पसार दिया है. सभी जगहों पर डेंगू और मलेरिया के मरीज देखने को मिल रहे है. पर कासगंज में इसका असर कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है आपको बता दें की एक ही गांव के पांच सौ से अधिक लोग इसके चपेट में आ चुके हैं जबकि तीन लोगों की डेंगू से मौत की पुष्टि हुई है. बीमारी का आलम यह है कि अब अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड तक नहीं बचे हैं. जनपद कासगंज में मच्छरों का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन डेंगू-मलेरिया के नए केस रिपोर्ट हो रहे हैं. दूर-दराज के इलाकों से भी मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है. जहां डॉक्टरों के लिए इतनी तादाद में मरीजों को संभालना चुनौती बना हुआ है.
जनपद में डेंगू और मलेरिया पर काबू नहीं पाया जा रहा है जिसकी वजह से जिला अस्पताल में मरीजों की भारी तादाद के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां आने वाले मरीजों को लॉन्ड्री और वेटिंग एरिया में भी बेंच डालकर इलाज किया जा रहा है. वैसे तो डेंगू और मलेरिया की चपेट में पूरा जनपद है लेकिन यहां के गांव भैंसोरा खुर्द में इन बीमारियों ने ज्यादा कहर बरपाया है. अकेले इस गांव में ही 500 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं और उन में से 50 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव आया है जबकि अन्य लोगों में वायरल और मलेरिया के लक्षण पाए गए हैं.
मरीजों की तादाद इतनी ज्यादा है कि डॉक्टरों की भी कमी पड़ जा रही है. वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल के किसी भी वार्ड तो छोड़ दीजिए वेटिंग एरिया में भी मरीजों के लिए जगह नहीं बची है. ऐसे में फिलहाल जिला प्रशासन ने भैंसोरा गांव में ही स्वास्थ विभाग की टीम को तैनात कर दिया गया है जो लोकल स्तर पर कैंप लगाकर गांव के मरीजों को इलाज मुहैया कर रही है. भैंसोरा गांव में डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है.