जितनारायण शर्मा,
गोड्डा: राज्य कार्यालय झारखंड शिक्षा परियोजना के निर्देशानुसार ज्ञान सेतु कार्यक्रम के तहत सर्टिफिकेशन हेतु शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को 5-5 विद्यालय गोद लेने का आदेश दिए गए. इन विद्यालयों के शिक्षकों के साथ स्थानीय बेथल मिशन स्कूल, गोड्डा में कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा कराया गया जबकि ऋतुराज, प्रशिक्षु आईएएस, प्रशासन की तरफ से मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए।और उन्होंने सभी प्रतिभागियों का अभिवादन किया.
सभी शिक्षकों ने भी ऋतुराज के द्वारा बीते समय में किए गए सहयोग के लिए करतल ध्वनि से उनका अभिवादन किया.
इन विद्यालयों के शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रशिक्षु आईएएस ने 15 फरवरी 2020 तक अपने विद्यालय को ब्रांच सर्टिफिकेशन के लिए तैयार हो जाने हेतु प्रोत्साहित किया ताकि गोड्डा झारखंड में स्थान हासिल कर सकें.
इन्होंने अपने से अपडेट रहने का भी निर्देश दिया एवं छात्र छात्राओं का निरंतर शिक्षण व मूल्यांकन जारी रखने का मूल मंत्र दिया. विद्यालयों में शिक्षकों की कमी या शिक्षकों की निष्क्रियता की बात उठाई. प्रशिक्षु आईएएस ने शिक्षकों की कमी पारा शिक्षकों से दूर करने और निष्क्रिय शिक्षकों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया.
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षकों को ज्ञान सेतु के प्रमाणीकरण में आवश्यक सभी बिंदुओं का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि जब आप अपनी सेवा से मुक्त हो जाएंगे तो आप यह महसूस करेंगे कि मैंने यह नहीं किया मैंने वह नहीं किया. इसलिए जब तक सेवा में है तब तक खुद में जोश और उमंग भरे रखें ताकि आप पीछे नहीं रहे.
जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा स्थानीय प्रखंड कार्यालय के BEEO/ BPO से प्राप्त निर्देशों का अनुपालन अवश्य करें जो हमारे समाज के बीच की कड़ी है. यदि टूटती है तो फिर आप पीछे हो जाते हैं.
सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी व प्रभाग प्रभारी ने बताया कि जो 120 विद्यालय चयन किए गए हैं. वह जिला के कमांडो हैं. आपके कार्य से जिला आपकी सफलता तथा अपनी सफलता के परचम लहराएगा. जिन 15 विद्यालयों ने पूर्व में ब्रॉन्ज सर्टिफिकेशन पूरा किया है उन्हें सिल्वर सर्टिफिकेशन करने के लिए प्रोत्साहित किया.
रवि प्रकाश गुप्ता, पीरामल फाउंडेशन ने पीपीटी एवं वीडियो प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करते हुए बिंदुवार सर्टिफिकेशन के सभी प्रारूपों को बताया साथ ही किसी भी तकनीकी समस्या होने पर जिला कार्यालय एवं राज्य कॉल सेंटर 1800 572 8585 पर अपने समस्या को रजिस्टर कराने का उपाय बताया. इस कार्यशाला में जिला कार्यालय से ई -विद्यावाहिनी के संयोजक चंदन कुमार भी उपस्थित थे. उन्होंने ई-विद्यावाहिनी में आ रहे प्रश्नों को निराकरण का उपाय बताया. कार्यशाला में जिला से सिद्धार्थ, प्रवीण, प्रखंड से आये BEEO एवं BPO एवं सभी चयनित विद्यालयों के नोडल शिक्षक उपस्थित रहे.