देवघर: उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान उनके द्वारा कोरोना संक्रमण के काल में जिला के विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा गया कि वर्तमान में हम सभी कोरोना नामक महामारी से जूझ रहे हैं एवं यह हम सभी के लिए परीक्षा की घड़ी है. ऐसे में आवश्यक है कि हम सभी पूरे तत्परता के साथ कार्य करें एवं अपने दायित्वों का निर्वहन करें. कोविड-19 के दरम्यान स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के संदर्भ में चर्चा करते हुए उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि देवघर जिला अन्तर्गत अभी तक कुल 46,744 सैम्पलों की जांच की गयी है एवं देवघर जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 1373 है, जिसमें से वर्तमान में 109 केस सक्रिय हैं. इसके अलावा 04 मरीजों को बेहतर ईलाज हेतु बाहर भेजा गया. वहीं 1245 मरीजों को ईलाज कर उन्हें घर भेजा गया है एवं 17 लोगो की मृत्यु कोरोना संक्रमण के वजह से हुई है. साथ हीं देवघर जिला अन्तर्गत अभी तक कुल 12685 लोगों को क्वारेन्टाईन सेंटर में क्वारेन्टाईन एवं 32,076 लोगों को होम क्वारेन्टाईन किया गया है. उनके द्वारा आगे बतलाया गया कि देवघर जिला अन्तर्गत अभी तक कुल 139 कन्टेनमेंट जोन चिन्ह्ति किये गये, जिनमें से 29 कन्टेनमेंट जोन को हटाया गया है एवं वर्तमान में कुल 110 कन्टेनमेंट जोन सक्रिय हैं. इसके अलावा पिछले 15 दिनों में 25000 टेस्ट किये गये हैं एवं देवघर जिला अन्तर्गत मृत्यु दर 1% से कम है (0.89%). वर्तमान में 14 (कोविड केयर सेन्टर) संचालित है. 01 DCHC (Dedicated COVID Head Center) में 50 बेड की व्यवस्था है. 01 DCH एवं एक निजी जांच सेंटर SRL Ltd. जसीडीह में संचालित है. वर्तमान में इस प्रकार देवघर जिला अन्तर्गत कुल 600 बेड की व्यवस्था है.
तत्पश्चात उनके द्वारा झारखण्ड राज्य के आम श्रद्धालुओं हेतु बाबा मंदिर का पट खोले जाने के संबंध में चर्चा करते हुए कहा गया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं झारखण्ड सरकार के निदेशानुसार दिनांक-27.08.2020 से झारखण्ड के श्रद्धालुओं हेतु बाबा मंदिर का पट खोला गया है. इसके तहत ऑनलाईन इंट्री पास के माध्यम से प्रतिदिन प्रातः 6ः00 बजे से पूर्वाह्न 10ः00 बजे तक प्रति घंटा 50 श्रद्धालुओं के दर से कुल 4 घंटे में 200 श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर सकते हैं, जिसके दरम्यान श्रद्धालुओं को सामाजिक दूरी व स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी सभी मानकों का पालन करना अनिवार्य है. उनके द्वारा आगे कहा गया कि श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु दिनांक-02.09.2020 से अरघा के माध्यम से दर्शन की सुविधा उपलब्ध करायी जा है.
इसके अलावा उनके द्वारा कहा गया कि देवघर जिला में झारखण्ड राज्य के बाहर से आने वाले व्यक्तियों की सतत निगरानी की जा रही है एवं इस हेतु सीमावर्ती क्षेत्रों में कुल 07 चेकपोस्ट बनाये गये हैं. उनके द्वारा आगे कहा गया कि Jharkhandtravel.nic.in पर दर्ज किये गये ऑनलाईन विवरणी एवं जिला के विभिन्न चेक पोस्टों पर यात्रियों द्वारा भरे गये विवरणी के अनुसार 20 जुलाई, 2020 से 04 सितम्बर, 2020 तक कुल 53154 यात्रियों का देवघर आगमन हुआ है. इसके अलावा जिला प्रशासन के द्वारा ऑटो एसोसिएशन के सदस्य एवं ऑटो चालको को परिवहन विभाग, रांची द्वारा उपलब्ध कराये गये कोरोना वायरस बचाव किट, निर्धारित SOP का पालन करने संबंधी बुकलेट एवं पम्पलेट का वितरण किया गया है.
उपायुक्त द्वारा आगे कोरोना संक्रमण काल में जिला प्रशासन द्वारा कोराना वायरस के संक्रमण के प्रचार-प्रसार व इसके रोकथाम हेतु किये जा रहे विभिन्न कार्यों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा गया कि जिला जनसम्पर्क कार्यालय से निर्गत होने वाले प्रेस विज्ञप्ति एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को देवघर जिला अन्तर्गत होने वाले कोविड-19 से संबंधित दैनिक गतिविधि व अन्य आवश्यक निर्देशों से अवगत कराते हुए उन्हें जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा देवघर जिला मुख्यालय एवं विभिन्न प्रखण्डों में चलंत टोटो के द्वारा पीए सिस्टम के माध्यम से कोरोना से संबंधित व्यापक प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है. साथ हीं देवघर जिला मुख्यालय के टॉवर चौक अवस्थित फिक्स्ड एलईडी स्क्रीन के माध्यम कोविड-19 के रोकथाम एवं बचाव के उपाय से संबंधित कन्टेन्ट का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है एवं इसकी नियमित निगरानी जिला जनसम्पर्क ईकाई, देवघर द्वारा की जा रही है. उनके द्वारा आगे कहा गया कि जिला एवं प्रखण्ड स्तरीय विभिन्न पदाधिकारियों व दण्डाधिकारियों के द्वारा लगातार क्षेत्र भ्रमण कर लोगों को कोरोना वायरस से बचाव व इसके रोकथाम के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
प्रेसवार्ता के दौरान उपायुक्त द्वारा कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा गया कि कोविड-19 महामारी के दौरान विद्यालय बंद रहने की स्थिति में विद्यालयों में ऑनलाईन पठन पाठन का कार्य शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है एवं इस हेतु व्हाट्सएप गु्रप भी बनाये गये हैं, जिसमें विद्यालय के छात्र/अभिभावक जुड़कर पठन-पाठन कर रहे हैं. इसके अलावा उनके द्वारा बतलाया गया कि आई0सी0टी0 योजनान्तर्गत राज्य स्तरीय ऑनलाईन साप्ताहिक क्विज में राज्य में औसत उपस्थिति के आधार पर देवघर जिला प्रथम स्थान पर रहा एवं कोविड-19 महामारी के दौरान सभी विद्यालयों में ऑनलाईन पठन-पाठन के अतिरिक्त निबंध/पेटिंग/क्विज/वाद विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है. मध्याह्न भोजन योजना अन्तर्गत जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं हेतु द्वितीय त्रैमास का चावल एवं राशि का वितरण किया गया है. साथ ही विद्यालयों में कार्यरत रसोईयों को तीन माह का पारिश्रमिक भुगतान किया गया है एवं विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य-पुस्तक, पोशाक, स्कूल कीट का वितरण किया गया है.
तत्पश्चात उपायुक्त द्वारा आपूर्ति विभाग के कार्यों व उपलब्धियों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा गया कि देवघर जिलाअन्तर्गत 2,09,438 PHH (Priority House Holds) केे 11,07,912 सदस्यों/व्यक्तियों को राशन कार्ड के माध्यम से प्रति सदस्य 5 कि०ग्रा० अनाज (मात्र 1/-रू० प्रति किलो) का वितरण माह अगस्त 2020 में किया गया है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 2,09,438 PHH केे 11,07,912 सदस्यों/व्यक्तियों को राशन कार्ड के माध्यम से प्रति सदस्य 5 कि०ग्रा० अनाज माह अगस्त में निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा 15,387 अन्त्योदय(AAY) परिवारों के 69,355 सदस्यों को प्रति राशन कार्ड 35 कि०ग्रा० अनाज(मात्र 1/-रू० प्रति किलो) की दर से अगस्त माह में उपलब्ध कराया गया है. उनके द्वारा आगे कहा गया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 15,387 अन्त्योदय(AAY) परिवारों के 69,355 सदस्यों को प्रति सदस्य 5 कि०ग्रा० अनाज निःशुल्क अगस्त माह में उपलब्ध कराया गया है एवं देवघर जिला अंतर्गत कुल 277 अयोग्य परिवारों का राशनकार्ड विलोपित किया गया है, जिसके एवज में 190 गरीब परिवारों को अगस्त माह में नये राशनकार्ड निर्गत कर दिया गया है. साथ हीं उनके द्वारा कहा गया कि 693 आदिम जनजाति पहाड़िया परिवार को 35 कि०ग्रा० अनाज प्रति माह डाकिया योजना के तहत पणन पदाधिकारी/प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के माध्यम से उनके घर तक पहूँचाया जा रहा है. इसके अलावा 14 नियमित दालभात केन्द्रांे के माध्यम से मुख्यमंत्री कैंटिन योजना के तहत प्रतिदिन निःशुल्क भोजन कराया जा रहा है. साथ हीं देवघर जिला अंतर्गत माह अगसत 2020 में PHH/AAY परिवार में राशनकार्डधारी सदस्यों के छुटे हुुए कुल 31984 सदस्यों का आधार सीडिंग किया गया है.
इसके अलावा उनके द्वारा कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा जिले में होने वाले अवैध खनन/परिवहन पर अंकुश लगाने हेतु लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिसके तहत अगस्त, 2020 में कुल 47 वाहन जब्त की गयी. साथ हीं 16 वाहनों की प्राथमिकी दर्ज की एवं 31 वाहनों से कुल 184000 रूपये जुर्माना की वसूली की गयी है. वहीं खनन विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में 931.10 लाख रूपये एवं अगस्त, 2020 मंे 298.79 लाख रूपये की राजस्व वसूली की गयी है.
इस दौरान उपायुक्त द्वारा सामाजिक सुरक्षा कोषांग के द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों के संदर्भ में जानकारी दी गयी कि सामाजिक सुरक्षा के तहत देवघर जिला अन्तर्गत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना के तहत 37332 लाभुक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना 80 वर्ष या उससे उपर के तहत 2134 लाभुक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत 9345 लाभुक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंशन योजना के तहत 1578 लाभुक, मुख्यमंत्री राज्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 14107 लाभुक, मुख्यमंत्री राज्य विधवा सम्मान पेंशन योजना के तहत 10656 लाभुक, मुख्यमंत्री आदिम जनजाति पेंशन योजना के तहत 808 लाभुक, मुख्यमंत्री HIV/AIDS पेंशन योजना के तहत 51 लाभुक एवं स्वामी विवेकानन्द निःशक्त स्वावलंबन पेंशन योजना के तहत 13020 लाभुकों को आच्छादित किया गया है. इस प्रकार देवघर जिला अन्तर्गत कुल 89031 लाभुकों को प्रति माह 1000 रूपये की राशि पेंशन स्वरूप प्रदान की जा रही है.
उपायुक्त द्वारा आगे गव्य विकास विभाग के कार्यों व उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गयी कि देवघर जिला अन्तर्गत डेयरी पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) से आच्छादित योजना अन्तर्गत कुल लक्ष्य 5000 के सापेक्ष में अभी तक कुल 3532 डेयरी पशुपालकों का आवेदन पत्र विभिन्न बैंक शाखाओं को उपलब्ध करायी गयी है एवं बैंक शाखाओं द्वारा डेयरी पशुपालकों को KCC से आच्छादित करना प्रक्रियागत है. वहीं पशुपालन विभाग के कार्यों के संबंध में उनके द्वारा बतलाया गया कि पशुपालन विभाग द्वारा माह अगस्त, 2020 में किये गये कायों के तहत चिकित्सित पशुओं की संख्या 6868, बधियाकरण की संख्या 378, लघु शल्य चिकित्सा की संख्या 38, कृत्रिम गर्भाधान की संख्या 888, रानीखेत मुर्गियों में टीकाकरण की संख्या 5000 डोज, ARV कुत्तों में टीकाकरण की संख्या 339 एवं पशु स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परामर्श शिविरों की संख्या 06 है. इसके अलावा मत्स्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि जिला मत्स्य विभाग के द्वारा मत्स्य बीज उत्पादन कार्य योजना के तहत् वित्तीय वर्ष 2020-21 में पुनासी जलाशय, अजय/नुनजरवा नदी/डहुआ नदी तथा सोनारायठाढी के दोमोहिया नदी के छाड़़न में 1500 लाख मत्स्य स्पॉन का संचयन एवं जिले के विभिन्न डोभा एवं मनरेगा तालाबों में मत्स्य उत्पादन हेतु मत्स्य मित्र के माध्यम से मत्स्य बीज उत्पादकों के बीच कुल लक्ष्य 9500 लाख मत्स्य स्पॉन के विरूद्ध 6800 लाख मत्स्य स्पॉन का वितरण किया गया है. साथ हीं जे0एस0एल0पी0एस0 के 278 लाभुकों के बीच कुल 556 लाख मत्स्य स्पॉन वितरण किये गये हैं. पुनासी जलाशय में पहली बार केज तथा RFF का अधिष्ठापन कर मत्स्य पालन हेतु कार्य प्रारंभ किया गया है, ताकि विस्थापित परिवारों को रोजगार के नये साधन उपलब्ध कराया जा सके. वहीं विस्थापितों हेतु सिकटिया में यह पूर्व से संचालित है. साथ हीं उनके द्वारा कहा गया कि भारत सरकार के द्वारा संचालित नयी योजना प्रधानमंत्री सम्पदा योजना के तहत देवघर जिला योजना अन्तर्गत मत्स्यिकी विकास हेतु 18 योजनाओं का चयन कर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है.
प्रेसवार्ता के दौरान जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी विशालदीप खलखो, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी के साथ-साथ विभिन्न मीडिया संस्थानों के मीडिया प्रतिनिधि व जनसम्पर्क कर्मी आदि उपस्थित थे.