हजारीबाग: हजारीबाग के उप-विकास आयुक्त अभय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) की समीक्षा बैठक हुई. सूचना भवन सभागार में आयोजित बैठक में अभियान के तहत पूर्ण व निर्माणाधीन शौचालय, शौचालय उपयोग, टॉयलेट उपयोग हेतु पानी की उपलब्धता, स्वस्थ्य व स्वच्छता सहित टॉयलेट उपयोग के प्रति सजगता सहित गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत बन रहे सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई.
बैठक में कार्यपालक अभियंता की ओर से उपविकास आयुक्त को जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि लगभग 1.92 लाख घरों में शौचालय निर्माण किया गया है.
इस मामले में पूरे राज्य में हजारीबाग का पांचवा स्थान है. लगभग 15 हजार घरों में शौचालय निर्माण किया जा रहा है जिसे 31 अगस्त से पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा.
उपविकास आयुक्त ने समीक्षा के दौरान कहा शौचालय लोगों के स्वस्थ्य व स्वच्छता से जुड़ा मामला है, ग्रामीण परिवेश में शौचालय का उपयोग हर एक परिवार करे यह सुनिश्चित कराने के लिए ग्राम स्तर पर बनी विभिन्न समितियां लगातार ग्रामीणों की सहभागिता से जागरूक करने का काम करें.
उन्होंने विशेषकर एसबीएम के सामाजिक उत्प्रेरकों को समय समय पर क्षेत्र में जाकर उपयोगिता सुनिश्चित करने के उपाय करने को कहा. उन्होंने कार्यपालक अभियंता को शौचालय का शत प्रतिशत उपयोगिता के लिए पानी पहुचाने की व्यवस्था कराने के लिए योजना तैयार करने सहित पूर्व से संचालित स्वजल/ हर घर नल कनेक्शन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
उप-विकास आयुक्त ने कहा कि व्यक्तिगत अथवा सामुदायिक शौचालय निर्माण में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि स्थल चयन में आबादी, पानी की उपलब्धता होनी चाहिए.
गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत ज़िला में लक्षित 200 सामुदायिक शौचालय निर्माण के संबंध में विवादित स्थल अथवा किसी कारणवश स्थल चयनित नहीं होने के कारण प्रारम्भ नहीं हुए 41 मामलों को ग्राम सभा कर उपयुक्त स्थान चयनित करने का निर्देश देते हुए अंचलाधिकारी, राजस्व निरीक्षक, हल्का कर्मचारी से समन्वय बना कर समस्या समाधान निकालकर कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया.
बैठक में अंत में सिन्हा ने कहा आंकड़ों के हिसाब से हजारीबाग की स्थिति अच्छी दिखाई देती है, परंतु जमीनी स्तर पर और काम करने की आवश्यकता है. शत प्रतिशत लोग शौचालय का उपयोग करें, लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए जागरूकता के प्रयास हमेशा चलता रहे. साथ ही पानी की सुविधा देने की दिशा में भी पहल करने की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया.