दुमका:- झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष शिबू सोरेन ने आज कहा कि राज्य में गरीबों का विकास हो ताकि अब उन्हें अपने अधिकार के लिए आवाज न उठानी पड़े.
सोरेन ने मंगलवार को गांधी में मैदान में झामुमो स्थापना दिवस पर आयोजित सादे समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “झारखंड में अब अपना राज है. गांव, घर भी अपना है. अपने गांव घर को सजाने के लिए मिलकर काम करना होगा. इस राज्य की धरती के गर्भ में अकूत खनिज संपदा है, फिर भी विकास नहीं हो रहा है यह बताने से अब नहीं चलेगा. राज्य के गरीबों का विकास हो ताकि उन्हें अपने हक के लिए आवाज न उठानी पड़े.” उन्होंने सरकार और अधिकारियों को सतर्क जनता को सजग रहने का आह्वान किया.
झामुमो अध्यक्ष ने कहा कि राज्यवासियों ने झारखंड निर्माण के बाद पहली बार 2019 के झामुमो को स्पष्ट जनादेश दिया है. जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप राज्य सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि गाजे-बाजे के साथ उत्साहपूर्वक यहां के लोग हर साल दो फरवरी को पार्टी का स्थापना दिवस मनाते रहे हैं जिसमें सुदूर क्षेत्रों से भारी तादाद में मां बहनें भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेती रही हैं लेकिन इस बार कोराना महामारी की वजह से इसके आयोजन में फर्क पड़ा है.
इस मौके पर झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार जनता की भावना और अपेक्षाओं के अनुरूप आदिवासी, मूलवासी, पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक समेत समस्त झारखंडवासियों के हितों के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है. उन्होंने कोराना काल के दौरान सूदूर इलाके में फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के साथ रोजी-रोजगार की समस्याओं से निजात दिलाने की दिशा में किये गये कार्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) और गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के बंधन को समाप्त कर सभी वृद्धों एवं अन्य बेसहारा लोगों को पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है.श्री सोरेन ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की नियमावली बनायी गयी है. वर्ष 2021 नियुक्ति का वर्ष होगा. 10-15 दिन के भीतर शिक्षित युवाओं के रोजगार का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा और रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. उन्होंने धोती साड़ी, बिरसा हरित ग्रामीण योजना, खेल नीति बनाने सहित कई योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि अलग झारखंड राज्य के गठन के बाद लगभग 20 वर्ष से अधिक समय तक राज्य की सत्ता का बागडोर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हाथों में रहा. अलग राज्य हासिल करने के बाद भी षड्यंत्रकारियों ने झारखंडियों की सरकार को बहुत अधिक समय तक नहीं चलने दिया. अब 2019 में जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की सरकार ने राज्य का जो हाल बना रखा है उससे निपटने में सरकार जुटी है. जब तक झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन हैं तब तक झारखंड का कोई बाल बांका नहीं कर पायेगा. झारखंड अपना हक लेकर रहा है, आगे भी केंद्र सरकार हो या व्यापारी कोई भी उससे अपना अधिकार लेकर रहेगा.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सभा को पार्टी के उपाध्यक्ष और मुख्य सचेतक विधायक नलिन सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जोयस बेसरा सहित कई नेता ने भी संबोधित किया और राज्य सरकार द्वारा झारखंडवासियों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों की सराहना की.