रांची: राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव आज रांची प्रेस क्लब पहुंचे. पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पुलिस की चुनौतियां बदली है. इन चुनौतियों से निपटने में पत्रकारों की भूमिका अहम होगी.
राव हाल के दिनों में पुलिस व पत्रकारों के बीच बढ़ी टकराव को कम करने तथा पत्रकारों की सवालों से रूबरू होने पहुंचे थे. इस चर्चा में डीजीपी एमवी राव मुखातिब थे, रांची के शहर तथा ग्रामीण इलाकों में न्यूज कवरेज करने वाले पत्रकारों से.
यहां पत्रकारों ने एमवी राव से कई सवाल किये, जिसका उन्होंने खुलकर जवाब दिये. तकरीबन तीन घंटे तक चली इस चर्चा से कई सार्थक बातें निकलकर सामने आयी.
एमवी राव ने पुलिस के कार्य करने के तरीकों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि पुलिस और पत्रकार दोनों जनता के प्रति उतरदायी हैं. दोनों को अपना काम ईमानदारी और निष्पक्ष होकर करना चाहिए. कई बार एक दूसरे के काम करने की तौर-तरीकों पर मतभेद हो जाते हैं, लेकिन यह मतभेद भी सार्थक होना चाहिए.
हाल के दिनों में पुलिस और पत्रकारों के बीच टकराव बढ़ी थी. एमवी राव ने उसे भी जानने की कोशिश की. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी मामले में बिना जांच के किसी पत्रकार को जेल नहीं भेजा जायेगा.
राव ने कहा कि पत्रकार विषम परिस्थितियों में काम करते हैं. खबरों की पुष्टि के लिए अधिकारी से बात भी उन्हें करनी होती है. इसमें सक्षम अधिकारी को सहयोग करना चाहिए. उन्होंने आश्वस्त किया कि पुलिस मुख्यालय में सक्षम पदाधिकारी होंगे, जो पत्रकारों से बात कर उन्हें घटनाक्रम की जानकारी भी देंगे और पुलिस का पक्ष भी रखेंगे.
पत्रकारों के सवाल के जवाब में एमवी राव ने कहा कि यह सही बात है कि कोरोना के बाद की उत्पन्न स्थिति से पुलिस के लिए चुनौतियां बदली है. बाहर से अपने राज्य लौटे प्रवासियों को रोजगार मिलने तक उनकी देखरेख करने से लेकर उनपर नजर बनाये रखनी होगी.
मजबूरी में कोई गौरकानूनी कार्य करने के लिए प्रेरित न हो. चोरी, छिनतई, हत्या, लूट-डकैती, घरेलू हिंसा जैसी मामले बढ़ भी सकती है. जो प्रवासी अब तक घर से दूर थे, वे जब आयेंगे तो उनका परिवार से संपत्ति को लेकर विवाद भी पैदा हो सकता है.
युवाओं पर विशेष ध्यान रखना होगा, क्योंकि उनका कोमल स्वभाव को कोई दिग्भ्रमित कर गलत रास्ते में न भटका ले जाये. लोभ-लालच दिखाकर इसका फायदा नक्सली भी उठाना चाहेंगे. इन सभी चिंताओं को कम करने के लिए पुलिस और पत्रकार दोनों को मिलकर काम करने की जरूरत पर बल दिया.
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना लोगों को जीवन जिना सिखा जायेगा. लोग अपनी जरूरतों को कम करेंगे. इस दौरान लोगों में सेवा की भावना दिखी. एक-दूसरे ने एक-दूसरे की दर्द को महसूस किया. पुलिस ने अपनी जिम्मेवारी निभाने की पूरी कोशिश की है. पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर जनता और सरकार तक खबरें पहुंचा रहे हैं.
एमवी राव ने आश्वस्त किया की प्रेस क्लब वह बार-बार आना चाहेंगे. जब-जब उन्हें बुलाया जायेगा, वह पहुंच जायेंगे.
इस मौके पर रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता भी मौजूद रहे. इस चर्चा में विशेष रूप से रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश सिंह, उपाध्यक्ष पिंटू दूबे, महासचिव अखिलेश सिंह, सह सचिव जावेद अख्तर, कोषाध्यक्ष जयशंकर, प्रेस क्लब के प्रवक्ता प्रभात कुमार सिंह, कार्यकारिणी सदस्य सुनील सिंह, रंगनाथ चौबे, दीपक जायसवाल, प्रशांत सिंह, किसलय शानू, सुनील गुप्ता, प्रियंका मिश्र के अलावा शहर के एक दर्जन से अधिक पत्रकार मौजूद रहे. इस चर्चा में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया.