एफसीआई अधिप्राप्ति केंद्र के जरिए जल्द उठा सकेंगे किसान इसका लाभ- उपायुक्त
चतरा: चतरा जिले में सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसान बिचौलियों के हाथों धान बेच रहे हैं. इससे जहां किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर बिचौलिए इसका फायदा उठा रहे हैं. बिचौलिए किसानों से मात्र 9-10 रुपए किलो धान खरीद रहे हैं. जबकि सरकारी धान क्रय केंद्रों में 20 रुपये 50 पैसे का दर निर्धारित है.
ऐसे में किसानों को 11 से 12 रुपए प्रति किलो का नुकसान हो रहा है. इस वर्ष धान की शानदार उपज हुई है. किंतु सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से इस बंपर पैदावार का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है. किसान ओने-पौने दाम में धान बेच रहे हैं और सरकार को कोस रहे हैं.
किसानों का कहना है कि धान के रखरखाव में परेशानी, पैसों की किल्लत और कर्ज की देनदारी के चलते किसान धान की बिक्री में लेट लतीफ नहीं कर पाते और उसे तत्काल बेचना चाहते हैं. यही कारण है कि बिचौलिए ओने-पौने दाम पर किसानों के धान खरीद रहे हैं.
किसानों के मुताबिक, सरकार के द्वारा अब तक धान की खरीददारी शुरू नहीं कराई गई है. ऐसे में किसान बिचौलियों के हांथो ओने पौने भाव मे धन बेंचने को विवश हैं. सरकार अगर धान की खरीददारी शुरू कर देती तो किसानों को कुछ राहत मिलता.
वहीं बिचौलियों ने बताया कि गांव में धान की खरीददारी 8 से 9 रुपये किलो कर रहे हैं और इसे बिचौलियों को 11 से 12 रुपये दे रहे हैं. इस पूरे मामले में डीसी दिव्यांशु झा ने कहा कि जिले में एफसीआई को धान अधिप्राप्ति केंद्र के रूप में स्थापित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया संभवत दो-तीन दिनों के अंदर अधिप्राप्ति केंद्र को शुरू कर दिया जाएगा, जहां किसान अपने धाम को सरकारी दर पर बेच सकेंगे. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि सभी किसान थोड़ा सब्र करें, जिसका फायदा उन्हें अवश्य मिलेगा. दूसरी ओर उन्होंने बिचौलियों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की भी बात कही.