रवि सिंह ब्यूरो चीफ
गोरखपुर:- सिंचाई विभाग मे नौकरी बहाली को लेकर अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग के कार्यालय पर धरना दे रहे न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद भी विभाग सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर रहा दैनिक वेतन भोगी बर्खास्त कर्मचारी पिछले कई दशकों से अपनी नौकरी बहाली को लेकर धरना दे रहे 1990 में सिंचाई विभाग के चतुर्थ श्रेणी सैकड़ो कर्मचारियों को जो कि दैनिक वेतन भोगी थे. विभाग ने काम ना होने का हवाला देते हुए नौकरी से निकाल दिया.तब से अब तक यह बर्खास्त कर्मचारी अपनी नौकरी बहाली को लेकर लगातार न्यायालय से लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं और धरना देने पर मजबूर हो गए हैं. हालांकि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इनमें से 58 बर्खास्त कमर्चारियों की बहाली विभाग द्वारा की गई थी लेकिन अभी भी अपनी नौकरी की राह ताक रहे.इस मामले में न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद भी सिंचाई विभाग के इंजीनियर सिर्फ कागजी कोरम पूरा करने के नाम पर इनका शोषण और उत्पीड़न कर रहे हैं.दशकों की इस लड़ाई में 6 कर्मचारी अपनी जान भी गंवा चुके हैं लेकिन अभी भी बचे हुए कर्मचारियों को कोई भी राहत सिंचाई विभाग द्वारा नहीं मिल पा रहा गोरखपुर के सिंचाई विभाग के बर्खास्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की लड़ाई लड़ रहे. इरीगेशन डिपार्टमेंट इंप्लाइज यूनियन के संरक्षक शिवानंद श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकारियों के बहलावे और छलावे में अब आने वाले नहीं उनकी लड़ाई अब आर-पार की हो चुकी है या तो नौकरी मिलेगा या कफन.