दुर्गापुर: पश्चिम बंगाल में स्वतंत्रता दिवस पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. हुगली जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भाजपा कार्यकर्ता शनिवार को तिरंगा फहराने के लिए आमने-सामने आ गए.
तिरंगा फहराने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि इसने हिंसा का रूप ले लिया. भाजपा जिला परिषद के एक नेता की हिंसक झड़प में मौत हो गई थी. लंबे समय तक उत्पाद बनाने के बाद टीएमसी कार्यकर्ता भाग निकले.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने हुगली के हरिशचक गांव में एक स्थान पर ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया था. जब दोनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे, तो दोनों कार्यकर्ता पहले तिरंगा फहराने के लिए मुश्किल में पड़ गए.
भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से सुदाम प्रमाणिक को हथियार से मारा. जिसके कारण उसकी मौत हो गई. वह भाजपा की हुगली जिला इकाई के नेता थे.