रांची: आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव व विधायक डॉ. लंबोदर महतो ने झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा सभी जिला में चल रही जिला खेल पदाधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हो रही गड़बड़ी की ओर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ध्यान आकृष्ट कराया है और उनसे नियुक्ति को प्रक्रिया को रद्द करने के साथ -साथ पूर्व में की सभी प्रक्रियाओं की जांच कराने का आग्रह किया है.
उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भी लिखा है. अपने पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बात से अवगत कराया है कि झारखंड अलग राज्य होने के बाद पहली बार सभी जिला खेल पदाधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया में लिखित परीक्षा में 400 खेल उपलब्धि में 30 और मौखिक में 30 अंक है, जिसमें से खेल उपलब्धि को अतिरिक्त आहर्ता में लिया गया है.
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इस नियुक्ति में खेल उपलब्धि को जोड़े बगैर परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है, जो पूरी तरह से गलत है. जबकि लिखित परीक्षा एवं खेल उपलब्धि को जोड़कर परिणाम करना चाहिए था, जो नहीं किया है. नियुक्ति नियमावली में भी कई त्रुटि है. खेल उपलब्धि में कम से कम (50℅) अंक होना चाहिए और खेल उपलब्धि को अनिवार्य अहर्ता में रखना चाहिए था.
लिखित परीक्षा लेने के बाद मेरिट लिस्ट जारी किया जा रहा है और इंटरव्यू भी ली जा रही है. इस कार्य में नियमावली की अनदेखी की जा रही है. नियुक्ति नियमावली वाली में भी कई विसंगतियां देखी जा रही है. ऐसे में आप तक अपनाए गए सभी प्रक्रियाओं को रद्द करना श्रेयस्कर होगा और यह कार्य जिला वार स्थानीय प्रतिभावान खिलाड़ियों के पक्ष में ही होगा.
उन्होंने पत्र में नियुक्ति में हुई गड़बड़ी को लेकर गोड्डा के राष्ट्रीय खिलाड़ी विजय सिंह का भी उल्लेख किया है. डॉ. लंबोदर महतो ने यह भी कहा है कि झारखंड राज्य निर्माण का उद्देश्य स्थानीय प्रतिभाओं को निखारने, प्रोत्साहित करने, रोजी रोजगार देने व पलायन रोकना है, बावजूद इसके विपरीत कार्य हो रहा है. स्थानीय खिलाड़ियों के योग्य रहने के बावजूद भी एक साजिश के तहत बाहर रखने की साजिश पूर्ण कार्य किया गया है.