जितनारायण शर्मा,
गोड्डा:- बोआरीजोर प्रखंड के सुदूर गाँव की एक बालिका को तक़रीबन एक वर्ष पहले दिल्ली से रेस्क्यू कराकर परिजनों को सुपुर्द किया गया था.
बाल कल्याण समिति एवं बाल संरक्षण इकाई गोड्डा के महीनों के अथक प्रयास के बाद दिल्ली से बच्ची का बैंक ड्राफ्ट मँगाया गया, जो की एक लंबी प्रक्रिया पूरी कर राज्य कार्यालय राँची होते हुए आज ही सुबह गोड्डा पहुँचा. ड्राफ्ट लाने स्वयं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार राँची गए. बच्ची का कोई बैंक खाता नहीं था जिससे की उसके नाम का बैंक ड्राफ्ट उसके खाते में जमा किया जा सके.
इस निमित्त, जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण पदाधिकारी ओम प्रकाश एवं सामाजिक कार्यकर्ता मुजफ्फर आलम सुदूर पहाड़ों पर अवस्थित बालिका के गाँव गए तो बालिका ने बैंक जाने से मना कर दिया। बाल संरक्षण की टीम ने बालिका, उसके बड़े भाई को बहुत समझाया किन्तु उन्होंने सहयोग करने से मना कर दिया. गाँव के ही पढ़े लिखे युवक से समझाने के लिए कहा गया फिर भी वे लोग नहीं माने फिर संरक्षण पदाधिकारी विकास चंद्र ने एक तरकीब सुझायी जो काम कर गया और फिर वे लोग राजी हो गए. बच्ची का खाता कल खुल गया।आज, पुनः बाल संरक्षण की टीम बच्ची के गाँव जाकर बच्ची एवं उसके पिता को बोआरीजोर के डुमरिया बैंक लाकर, उन्हें बैंक ड्राफ्ट सुपुर्द कर, उनके खाते में जमा करवाया. इस पुरे प्रक्रिया में संरक्षण पदाधिकारी ओम प्रकाश ने उदारता दिखाते हुए अपने निजी स्तर से भी आर्थिक सहायता की.
उपायुक्त महोदया किरण पासी के नेतृत्व में जिला बाल संरक्षण इकाई गोड्डा पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का पालन कर रही है और जरूरतमंदों की सहायता कर रही है और इस नेक कार्य में सभी विभाग भी परस्पर समन्वय और सहयोग कर बाल कल्याण का कार्य कर रही हैं.