ज्योत्सना,
खूंटी: भारत की जनगणना 2021के कार्यों के सफल निष्पादन हेतु ग्रामीण विकास अभिकरण के सभागार में जिलास्तरीय फील्ड ट्रेनरों के लिए आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो गया.
समापन समारोह में उप विकास आयुक्त, खूंटी व अपर समाहर्त्ता -सह- जिला जनगणना पदाधिकारी, खूंटी ने फील्ड ट्रेनरों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनगणना एक महत्वपूर्ण कार्य है, जो राष्ट्रीय हित से जुड़ा है. जनगणना के माध्यम से संग्रहित किए गए आंकड़े ही हमारे देश की आर्थिक, सामाजिक शैक्षणिक स्थिति का दर्पण है. इसलिए प्रशिक्षण के बाद आप सभी प्रत्येक अनुदेश पुस्तिका का गहनता से बार-बार अध्ययन करेंगे. किसी भी तरह की समस्या हो तो जिला जनगणना कोषांग अथवा जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों से संपर्क कर उनका निराकरण निश्चित रुप से करेंगे.
मौके पर निदेशक, आईटीडीए, खूंटी हेमंत सती ने कहा कि संपन्न प्रशिक्षण सत्र में जितनी भी जानकारियां दी गई है उनकी बारिकियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि आपके द्वारा प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाना है. इसी प्रशिक्षण के आधार पर प्रगणक एवं पर्यवेक्षक आगे कार्य संपादित करेंगे. जनगणना के तहत संग्रहित आंकड़ा ही राष्ट्र का आंकड़ा प्रदर्शित करेंगे, जो अगले 10 वर्षों के लिए देश के जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए उपयोगी होगा.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर-सह-भूमि सुधार उप-समाहर्त्ता, खूंटी जितेन्द्र मुण्डा, कार्यपालक दण्डाधिकारी, खूंटी कनक तथा निदेशालय स्तर से प्रतिनियुक्त जिला नोडल नीरज कुमार द्वारा सभी फील्ड ट्रेनरों को पेपर प्रपत्र एवं ऑन लाइन एनपीआर अपडेशन (एचएलबी) तैयार करने की विधि का पीपीटी एवं मोबाईल एप्प के माध्यम पूर्ण अभ्यास कराया गया.
मोबाईल एप्प के माध्यम से ऑनलाइन एनपीआर अपडेशन करने से संबंधित प्रशिक्षण के क्रम में फील्ड ट्रेनरों को सभी बिन्दुओं पर गहन जानकारी दी गई. सैम्पल के तौर पर किसी परिवार को चिन्हित कर एनपीआर डाटा अपडेशन की प्रक्रिया का अभ्यास कराया गया. डाटा अभ्यास के क्रम में फील्ड ट्रेनरों द्वारा उठाये गये सभी प्रश्नों का मोबाईल एप्प पर प्रैक्टिकल कर समझाया गया. साथ ही फील्ड ट्रेनरों के संशयों का मास्टर ट्रेनरों द्वारा समाधान कराया गया. कार्यक्रम के दौरान वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर के माध्यम से फील्ड ट्रेनरों की जानकारी की जांच की गई.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन से पूर्व मास्टर ट्रेनरों व प्रशिक्षणार्थियों के बीच परिचर्चा का आयोजन कर एचएलबी तैयार करने में उनकी निपुणता की जांच की गई.