वाराणसी: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान लोगों को कालाबाजारी से बचाने के लिए जिलाधिकारी और एसएसपी सोमवार को आम आदमी बनकर सड़क पर उतरे और दुकानदारों को भनक तक नहीं लगी.
सामानों के दोगुने-तिगुने दाम बताकर मुनाफाखोरी और कालाबाजारी में लगे लोगों को अधिकारियों ने हिरासत में लिया. वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र के दलहट्टा, चेतगंज, मंसाराम फाटक आदि इलाकों में सुबह-सुबह डीएम और एसएसपी सादे कपड़ों में खरीदारी करने पहुंचे. इस दौरान कई दुकानदार डीएम-एसएसपी को पहचान नहीं पाए और उनको भी खाद्य वस्तुओं के मनमाने दाम बताने लगे.
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इस बीच ज्यादा मूल्य पर सामान बेच रहे कई दुकानदारों को हिरासत में ले लिया गया. निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर सामान बेचने वाले मुनाफाखोरों को पकड़ने के लिए कलेक्टर एवं कप्तान हाथों में झोला लेकर ग्राहक बन दुकानों पर पहुंचे तो किसी को भरोसा ही नहीं हुआ. इस दौरान नौ मुनफाखोरों को जिलाधिकारी ने रंगे हाथ पकड़ा.
लॉकडाउन से बढ़ी मुश्किलों के बीच वाराणसी प्रशासन किसी भी हाल में जनता की परेशानियों को दूर करने में जुटा है. कालाबाजारी और मुनाफाखोरी को रोकने के लिए भी कई बार चेतावनी दी जा चुकी है. बावजूद इसके जब प्रशासन को जनता से सामान के दाम मनमानी लिए जाने की जानकारी मिली तो जिलाधिकारी और उनकी टीम ने इसे रोकने के लिए नायाब तरीका निकाला. खुद ग्राहक बनकर टीशर्ट-पैंट में पीठ पर बैग लादे दुकान पर जा पहुंचे और हकीकत से रूबरू हुए.
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जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया, “जनपद के अन्य मजिस्ट्रेटों के द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे दुकानदारों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. मुनाफाखोरी और कालाबाजारी करने वालों की अब खैर नहीं है.”