मिर्जापुर: रोम-रोम में बसी संवेदनशीलता के चलते DM सुशील कुमार पटेल के लिए रेलवे-स्टेशन पर ड्यूटीरत हर अधिकारी और कर्मचारी परिवार का सदस्य जैसा ही था. लिहाजा जो अधिकारी तथा कर्मचारी स्टेशन पर बिना PPE किट के थे, उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए सबको ट्रेन से दूरी बनाने के लिए कह रहे थे. जिनकी जरूरत खत्म हो गई, उन्हें प्लेटफार्म के बाहर ही रहने के लिए उन्होंने कहा.
खुद मास्क लगाए हैं
खुद DM एवं SP मास्क ही लगाए हैं. वे स्टेशन अधीक्षक के कमरे में न बैठकर प्लेटफार्म पर निरीक्षण कर रहे थे. ट्रेन के भीतर बिना पीपीई किट के किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है..
83 बसें 56 सीट वाली लगी हैं
यात्रियों के लिए यद्यपि 83 बसें आ गई हैं लेकिन अनुमान है कि 40 बसों से ही काम चल जाएगा. स्टेशन के मुख्य मेहमान यात्रीगण के लिए पानी की व्यवस्था पानीदार थी जबकि अन्य पानी के लिए तरस गए. जिसमें लगभग सैकड़ों कलमकार भी थे. लिहाजा वे स्टेशन से लौट गए. इन सभी की जबान पर ताला लटक गयी है, किसी जांच या मदद की मांग नहीं की जा रही है, आखिर ऐसा क्यों?