– घरों के अंदर छुपा हो सकता है डेंगू का मच्छर
– बीमारी के लक्षणों के आधार पर चिकित्सकों से जरूर लें सलाह
– डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों के प्रजनन को रोकना आवश्यक
– डेंगू मच्छर से बचाव के लिए महत्वपूर्ण उपायों का रखें ध्यान
पूर्णियां: वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव को लेकर हमलोग कई तरह की सावधानियां बरत रहे हैं. मास्क व सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं और घरों से बेवजह बाहर नहीं निकल रहे हैं . इधर कोरोना के बीच हीं डेंगू का भी प्रकोप होने लगा है . डेंगू एक जानलेवा बीमारी है . जो आपके घर के अंदर ही आपको अपना शिकार बना सकती है. डेंगू से हर साल लाखों लोग पीड़ित होते हैं . ऐसे में जरूरी है कि खुद और अपने परिवार को इस खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए हरसंभव सावधानियां बरती जाए.
घरों के अंदर छुपा हो सकता है डेंगू का मच्छर :
सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि यह भ्रम है कि डेंगू मच्छर ऐसी जगहों में पनपता है जहां गंदगी होती या जहां गंदा पानी इकठ्ठा होता है लेकिन डेंगू के मच्छर का गंदगी से कोई ज्यादा मतलब नहीं होता है. यह एक ऐसी बीमारी है जो एडीज मच्छर के काटने से होती है. डेंगू फैलाने वाले यह मच्छर आपके घरों में रखे गमलों, कूलर, एसी में जमा पानी से भी पैदा हो सकते हैं. यह जरूरी नहीं है कि लगातार मच्छर के काटने से ही डेंगू का संक्रमण होगा. एक एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से आप डेंगू संक्रमित हो सकते हैं . इसलिए अगर आपके घर में किसी भी तरह का कोई मच्छर भी दिखे, तो उसे हल्के में ना लें. जितना जल्दी हो सके उससे बचने का प्रयास करें. विभिन्न उपायों से मच्छरों को नष्ट करने में कोई चूक न होने दें.
बीमारी के लक्षणों के आधार पर चिकित्सकों की सलाह जरूर लें :
किसी भी मच्छर के काटने से मलेरिया, डेंगू या चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की संभावनाएं काफ़ी बढ़ जाती हैं. इसीलिए जितना भी हो सके अपने आसपास के स्थलों पर मच्छरों को पनपने ना दें . इसके लिए अपने घरों के आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरह से सफाई कराएँ . घर या आस-पास के इलाकों में पानी जमा न होने दें जहां मच्छरों को पनपने की ज्यादा सम्भावना होती है. इन बीमारियों के हो जाने की स्थिति में लक्षणों के आधार पर संबंधित विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह के बाद जल्द से जल्द इलाज शुरू करना चाहिए. ताकि मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से रोकथाम व उपचार समय पर हो सके.
डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों के प्रजनन को रोकना ज्यादा आवश्यक :
जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद मंडल ने बताया कि डेंगू बुखार एडीज एजिप्टी मच्छर जनित वायरल संक्रमण है, जो जल्दी किसी भी व्यक्ति खास कर बच्चों में बहुत ही जल्दी फैलता है. इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाना पड़ता है, जिससे काफ़ी हद तक इसके प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. आपको खुद और अपने परिवार को डेंगू बुखार से बचाने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी पड़ती हैं. डेंगू बुखार की शुरुआत कुछ साधारण से लक्षणों से होती है जिन्हें लोग आमतौर पर पहले नजरअंदाज कर देते हैं. इसलिए इस बीमारी को रोकना इसके इलाज से बेहतर व सरल तरीका है. डेंगू निवारक उपायों में मुख्य रूप से मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपाय और मच्छरों के काटने से बचाव के तरीके शामिल हैं.
डेंगू मच्छर से बचाव के लिए इन उपायों का करें प्रयोग :
-बच्चों को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ देने का प्रयास करें.
– बच्चों को तेल और मसालेदार खाने से परहेज करें साथ ही हल्का एवं पौष्टिक भोजन दें.
– घर के बाहर नीम की पत्तियां या नारियल की छाल को जलाकर मच्छरों को दूर भगाया जा सकता है.
– घर के आसपास के क्षेत्रों की सफाई पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए.
– आसपास के स्थलों में पानी के जमा होने से रोकें.
– सोने से पहले मच्छरदानी का प्रयोग करें.
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन
– एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें.
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें.
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं.
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें.
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें.