देवघर:- देवघर के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार से टॉक टू डीसी कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान जिले के सभी दसों प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी व 100 से अधिक सीएससी केंद्रों के माध्यम से जिले के विभिन्न पंचायत के लोगों ने उपायुक्त से ऑनलाइन मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इस दौरान ऑन द स्पॉट कई लोगों की समस्याओं का समाधान उपायुक्त द्वारा किया गया.
इसके अलावे टॉक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान देवघर प्रखण्ड के रघुपति पंडित द्वारा 2018 में सुखाड़ के पैसे न मिलने के मामले को संज्ञान को लेते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत करायें. साथ हीं जिले में ऐसे लंबित मामलों की समीक्षा कर लाभूकों योजना का लाभ देना सुनिश्चित करें. साथ हीं केनमनकाठी पंचायत के तांती टोला के ग्रामीणों ने आवागमन हेतु सड़क की समस्या से उपायुक्त को अवगत कराया, जिसपर उपायुक्त ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आवागमन की समस्या को जल्द दूर करने की बात कही. आगे उन्होंने बताया कि सड़क बनाने हेतु वन प्रमंडल पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है, ताकि वन भूमि से जुड़े मामले का निपटारा करते हुए आगे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके.
कार्यक्रम के दौरान लगवां पंचायत के ग्रामीणों के द्वारा अजय बराज हेतु भूमि अधिग्रहण में मुआवजा मिलने के बाद भी अब तक पुनर्वास का लाभ न मिलने के मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि मामले जुड़े सभी प्रतिवेदन उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करें, ताकि मामले की समीक्षा कर आवश्यक कार्रवाई की जा सके. इसके अलावे टॉक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान झालर पंचायत व झालर गांव के ग्रामीणों ने उप स्वास्थ्य केन्द्र में कर्मियों की अनुपस्थिति के अलावा आंगनबाड़ी केन्द्र होने के बावजूद निजी भवन में चलाये जाने की जानकारी से उपायुक्त को अवगत कराया, जिसपर मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन, देवघर को निदेशित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य उप केन्द्र का औचक निरीक्षण कर कार्य में कोताही बरतने वाले कर्मियों पर सख्त कार्रवाई करें. साथ ही समय-समय पर अपने स्तर से प्रखण्ड व पंचायतों के स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहें. वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र के भवन होने के बाद भी निजी भवनों में केन्द्र चलाये जाने के मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सख्त निदेशित किया कि ऐसे केन्द्रों को चिन्ह्ति करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत करायें.
आगे उपायुक्त द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक सप्ताह के अंदर अपना प्रतिपुष्टि उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करे, ताकि शिकायतों के निष्पादन की प्रक्रिया पुरी तरह से पारदर्शी रहे. साथ हीं सभी सीएससी केन्द्र संचालकों को उपायुक्त ने निदेशित किया कि आने वाले लोगों से जुड़ी समस्याओं के आवेदन को संग्रहित करते हुए उपायुक्त कार्यालय को भेजना सुनिश्चित करें.
इसके अलावे कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने थर्मोकॉल के उपयोग को पूर्णतः खत्म करने में सभी सहयोग की बात करते हुए कहा कि थर्मोकॉल के उपयोग को बंद करने में आप सभी का सहयोग आपेक्षित है, ताकि प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभाव को समझते हुए अभी से इसके उपयोग को न कहें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें. थर्मोकॉल के जगह पत्तल के बने विकल्पों का उपयोग पर्यावरण व स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहतर विकल्प है. साथ हीं उन्होंने 45 से अधिक उम्र के लोगों को पंचायतों में विशेष कैम्प के माध्यम से कोविड वैक्सिन का टीका लेने का आग्रह किया. साथ हीं बढ़ते कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु मास्क साफ-सफाई व कोविड नियमों के अनुपालन को शत प्रतिशत सुनिश्चित करने की बात कही.
टॉक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन का लाभ न मिलने की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को संबंधित अधिकारियों को निदेशित कि प्राथमिकता के आधार पर पेंशन योजना के लाभ जरूरतमंद लोगों को जोड़ें. इसके अलावे विभिन्न पेंशन संबंधी शिकायतों को लेकर उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियें को निदेशित किया कि ऐसे लाभुक जिनका पेंशन जिले से भेजने के बाद भी पेंडिंग है उन सभी की सूची को पुनः सत्यापित कर लें. साथ हीं ऐसे कई बैंक जो मर्ज हो चुके हैं. उन बैंकों से समन्वय स्थापित कर लाभुकों के आवश्यक दस्तावेजों को दुरूस्त करते हुए पुनः पेंशन योजना के लाभ से लाभान्वित करते हुए उपायुक्त कार्यालय को अवगत करायें.
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न पंचायतों में पैक्स केन्द्र द्वारा धान नहीं लेने की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी निदेशित किया कि मामले जांच कर आवश्यक कार्रवाई करते हुए इस संबंध में उपायुक्त कार्यालय को अवगत करायें. साथ हीं जिले के सभी पैक्स संचालकों को सख्त निदेशित करें कि किसानों से धान लिये बिना उन्हें लौटाना या परेशान करने पर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावे उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निदेशित कि अपने स्तर से समय-समय पर पैक्स केन्द्रों का निरीक्षण करते रहें, ताकि किसानों को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े.
इसके अलावे टॉक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त द्वारा प्रखण्डवार तरीके से उपस्थित लगभग सभी लोगों से एक-एक कर उनकी समस्याएँ सुनी गयी एवं संबंधित प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारियों को निदेशित किया गया कि आम जनता से सभी शिकायतों की जल्द से जल्द जाँच कराते हुए निश्चित समय अवधि में शिकायतों का समाधान किया जाएगा. कार्यक्रम के पश्चात उपायुक्त ने सभी लोगों का कार्यक्रम से जुड़ने हेतु आभार प्रकट किया. साथ हीं प्रज्ञा केन्द्र संचालकों को उनके जिम्मेवारियों से अवगत कराते हुए आने वाले फरयादियों के आवेदन को संग्रहित कर उपायुक्त कार्यालय भेजने का निदेश दिया.
इस दौरान उपरोक्त के अलावे डीआरडीए निदेशक नयनतारा केरकैट्टा, जिला कल्याण पदाधिकारी मीनाक्षी भगत, जिला जनशिकायत कोषांग के प्रतिनियुक्त अधिकारी डॉ0 सत्येन्द्र चैधरी, सीएससी मैनेजर सत्यम कुमार एवं जिला समाज कल्याण विभाग, नगर निगम, आपूर्ति, मनरेगा, कृषि, पीएम आवास व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मी आदि उपस्थित थे.